पर्यवेक्षिका पर नियम को ताक पर रखकर बहाली का आरोप
नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में हाल में ही हुए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका बहाली में जमकर हुई अनियमितता का मामला अब तूल पकड़ने लगा...
नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में हाल में ही हुए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका बहाली में जमकर हुई अनियमितता का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।
नरपतगंज क्षेत्र में सेविका के लिए 116 तथा सहायिका पद के लिए 107 पदों के लिए बहाली की जानी थी, लेकिन बहाली प्रक्रिया के दौरान हो हंगामा के कारण सेविका पद के लिए 78 तथा सहायिका पद के लिए 66 अभ्यर्थियों का ही चयन हो पाया। बहाली प्रक्रिया के दौरान महिला पर्यवेक्षिका पर अवैध वसूली तथा नियमों को दरकिनार कर बहाली के कारण जमकर हंगामा मचा जिस कारण 79 पद पर अब तक बहाली नहीं हो सकी। नियमों को दरकिनार करने तथा मनमानी को लेकर क्षेत्र से करीब 141 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। इस आपत्ति के निष्पादन के लिए सोमवार को विशेष जांच टीम में फारबिसगंज एसडीओ रवी प्रकाश, कुर्साकाटा बीडीओ सह सीडीपीओ मधु कुमारी, वरीय उप समाहर्ता रंजीत कुमार रंजन, डीपीओ कार्यालय लिपिक विशाल कुमार आदि ने बारी-बारी से सभी आपत्तियों की जांच की।
जांच के क्रम में जहां फर्जी जाति सर्टिफिकेट के आधार पर मधुरा उत्तर के वार्ड नंबर सात तथा नाथपुर के वार्ड संख्या सात में बहाली करने, मधुरा उत्तर के वार्ड संख्या एक में फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाली करने, जन वितरण प्रणाली दुकानदार के परिजनों की बहाली करने, एक ही सेशन में दो प्रमाण पत्र निर्गत होने के बावजूद अलग-अलग जगहों पर अपने हिसाब से बहाली करने समेत जाती बहुल से संबंधित आवेदनों की आपत्ति की भरमार लगी रही। लोगों का सीधा आरोप है कि नियोजन के समय महिला पर्यवेक्षकों द्वारा जमकर अवैध वसूली की गई। जिस कारण फर्जी तरीके से नियोजन किया गया। जांच के क्रम में नियोजित कर लिए गए सेविका सहायिका को डीपीओ कोर्ट में जाने की बात कही गई। अब देखना यह है कि फर्जी तरीके से गलत अभ्यर्थियों को बहाली करने वाले महिला पर्यवेक्षकाओं के ऊपर क्या कार्रवाई होती है। एसडीओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।
नरपतगंज आंगनबाड़ी मैं कार्यरत महिला पर्यवेक्षिका चंद्रम कुमारी, सोनाली कुमारी, शिशु कुमारी, आरती कुमारी, मंजू देवी, नीलम देवी, ललिता देवी, रेनू देवी सभी पंचायतों के नियोजन पर आपत्ति दर्ज कराई गई है। इस संदर्भ में नरपतगंज सीडीपीओ रेणु कुमारी ने बताया कि महिला पर्यवेक्षाओं को पूर्व में ही निर्देशित किया गया था कि अगर नियोजन में किसी प्रकार की अनिमितता प्रमाणित होती है तो उसका सीधा जिम्मेवार महिला पर्यवेक्षिका होगी। अगर नियोजन में महिला पर्यवेक्षिका दोषी पाई जाती है तो दोषी कार्रवाई की जद में होगी। बताते चलें कि नरपतगंज क्षेत्र में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका बहाली के दौरान जमकर हंगामा बरपा था और जिला तक लोगों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।