ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार आराविवि : चालान कटाने में सोशल डिस्टेंस की उड़ रहीं धज्जियां

विवि : चालान कटाने में सोशल डिस्टेंस की उड़ रहीं धज्जियां

-सेमेस्टर थर्ड व टू का परीक्षा फॉर्म भरने को ले उमड़ रही भीड़ जसज ज जजसज जजसज ज ज ज ज...

विवि : चालान कटाने में सोशल डिस्टेंस की उड़ रहीं धज्जियां
हिन्दुस्तान टीम,आराMon, 12 Apr 2021 09:10 PM
ऐप पर पढ़ें

-सेमेस्टर थर्ड व टू का परीक्षा फॉर्म भरने को ले उमड़ रही भीड़

-18 अप्रैल तक बिना विलंब शुल्क के भरा जाना है फॉर्म

आरा। निज प्रतिनिधि

कोरोना से बचाव के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंस जरूरी है, लेकिन वीर कुंवर सिंह विवि में इसकी धज्जियां उड़ रही हैं। विवि स्थित बैंक के बाहर सोशल डिस्टेंस का नोटिस लगाये जाने के बावजूद विद्यार्थी इससे बेपरवाह दिखे। सोमवार को विवि खुलने के बाद बैंक के गलियारे में विद्यार्थियों की भीड़ रही। मालूम हो कि वीर कुंवर सिंह विवि प्रशासन ने पीजी के परीक्षा सत्रों को नियमित करने के लिए पीजी सेमेस्टर थर्ड और टू के परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि घोषित कर दी है। पीजी सेमेस्टर थर्ड सत्र 2018-20 और पीजी सेमेस्टर टू सत्र 2019-20 का परीक्षा फार्म बिना विलंब शुल्क के विद्यार्थी 18 अप्रैल तक भरा जाना है। वहीं दो सौ रुपये विलंब शुल्क के साथ 24 अप्रैल तक परीक्षा फॉर्म स्वीकार किया जायेगा। एडमिशन और परीक्षा फॉर्म भरने के लिए विवि पीजी विभाग के विद्यार्थी चलान कटाने के लिए बैंक पहुंच रहे हैं।

टीआर नहीं मिलने से हो रही दिक्कत

परीक्षा फॉर्म भरने के लिए पीजी विभाग और कॉलेजों में विद्यार्थियों की भीड़ उमड़ रही है। इधर, कई जगह सेमेस्टर टू का टीआर उपलब्ध नहीं होने पर विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। विद्यार्थियों ने बताया कि सेमेस्टर थर्ड के फॉर्म भरने में वन और टू का टीआर संलग्न करना पड़ रहा है, जबकि वेबसाइट पर भी टीआर नहीं है। मालूम हो कि विवि पिछले कई साल से कई परीक्षाओं का फॉर्म टीआर पर भरवा रहा है। कई परीक्षाओं का अंक पत्र विद्यार्थियों को नहीं मिल पाया है।

.................................................

विभिन्न विषयों की पीजीआरसी संपन्न

आरा। निज प्रतिनिधि

वीर कुंवर सिंह विवि के शेरशाह प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में विभिन्न विषयों की स्नातकोतर शोध परिषद (पीजीआरसी) की बैठक कुलपति प्रो देवी प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में हुई। मौके पर संस्कृत, प्राकृत, गणित, जूलॉजी, रसायन शास्त्र और बॉटनी सहित अन्य विषयों के शोधार्थियों ने अपना सिनोप्सिस प्रस्तुत किया। इस दौरान कुछ विद्यार्थियों के शोध प्रपत्र में संसोधन की आवश्यकता पर जोर दिया गया। वहीं कई शोध पत्र को कमेटी ने सीधे स्वीकृत कर दिया। जिनके सिनोप्सिस में आंशिक संशोधन किया गया उन्हें दुबारा लाने की बात कही। बैठक में सभी विषयों के हेड, डीन सहित विषयों के एक्सपर्ट शामिल थे। मालूम हो कि पीजीआरसी की बैठक के बाद विद्यार्थियों को शोध की अनुमति दी जाती है। इसके बाद वे शोध के लिए पंजीयन कराते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें