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ईद की खरीदारी को ले बाजारों में दिखी थोड़ी चहल-पहल

-कुछ ने पोशाक की पहले ही कर ली थी तैयारी तो कुछ को हुई परेशानी जासज ज जसज जजसज जजसज जजसज ज...

ईद की खरीदारी को ले बाजारों में दिखी थोड़ी चहल-पहल
हिन्दुस्तान टीम,आराWed, 12 May 2021 11:10 PM
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आरा। हमारे प्रतिनिधि

ईद की खरीदारी को ले बुधवार को बाजारों में कुछ ज्यादा ही भीड़ देखने को मिली। ईद को लेकर मुस्लिम भाइयों ने दुकानें खुलने की निर्धारित अवधि में आवश्यक सामानों की खरीदारी की। ईद का लेकर मुस्लिम भाइयों में उत्साह दखने को मिला। हालांकि निर्धारित समय 11 बजे के बाद बाजारों में सन्नाटा पसर गया। वैसे इससे पहले गोपाली चौक, जगजीवन मार्केट, बड़ी चौक, नवादा, पकड़ी सहित अन्य इलाकों में दुकानों पर खरीदारी की काफी भीड़ देखने को मिली। बुधवार को लोग बाजारों में ईद की खरीदारी के लिए उमड़ पड़े और कोविड प्रोटोकॉल को भूल गए। वैसे ईद जैसे महान पर्व में लॉडाउन के कारण मुस्लिम भाइयों में कुछ मायूसी भी देखने को मिली। खाने-पीने के सामानों के साथ तो अन्य जरूरी सामान आसानी से मिल जा रहे हैं, लेकिन कपड़ा, साज-शृंगार व इत्र जैसे कई सामानों की कमी खल रही है। कई मुस्लिम भाइयों की मानें तो उन लोगों ने पहले ही ईद के लिए कपड़े की खरीदारी कर ली थी। दौलतपुर के इम्तेयाज भाई ने बताया कि लॉक डाउन के पहले ही उन्होंने बच्चों समेत पूरे परिवर के लिए कपड़े की खरीदारी कर ली थी। इधर, कई लोग कपड़ा नहीं खरीद पाये थे, उन्हें लॉक डाउन में थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ी।

लॉकडाउन के कारण कई लोगों ने ऑनलाइन भी खरीदारी

लॉकडाउन के कारण कई मुस्लिम भाइयों ने तो ऑनलाइन भी कपड़ा व इत्र सहित अन्य आवयक सामानों की खरीदारी की। लॉक डाउन के कारण ईद पर ऑनलाइन खरीदारी की डिमांड बढ़ी है। पकड़ी के रहने वाले फिरोज ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उन्होंने ऑनलाइन ही खरीदारी की। ऐसे ही कई और लोग भी ऑनलाइन ही अपने पसंद के कपड़ो का ऑर्डर किया। हालांकि मुस्लिम भाइयों का ऐसा भी मानना है कि कोरोना के कारण देश में बुरा दौर चल रहा है। इसलिए ऐसे में बहुत खुशी का माहौल भी नहीं है।

खुशियों का भंडार लेकर आता है ईद का त्योहार

ईद की खुशियां मनाने वाले अपने और पूरे मानव समाज के लिये यह कामना करते हैं कि खुशियों का यह दिन उनके लिए बार-बार लौट कर आए। दरअसल मुस्लिम धर्मावलंबियों ने बताया कि ईद-उल-फितर खुशियों की दावत होती है। यह त्योहार मुस्लिम धर्म के लोगों के लिए खुशियों का भंडार लेकर आता है। ईद वास्तव में हमें सामूहिकता की भावना के साथ खुशियां मनाने का अवसर प्रदान करती है और तमाम इन्सानों के बीच भाईचारे की भावना का संचार करती है, पर पिछले साल से ही रमजान के महीने में कोरोना का कहर बढ़ जा रहा है। पिछले साल भी हमने ईद बड़े ही सादगी के साथ मनाई थी। कोरोना के बढ़ते मामलों को देख इस साल भी ऐसा ही करना होगा। वक्त और हालात को देखते हुए ऐसा करने में ही हम सबकी भलाई है।

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