बिहिया उपद्रव व महिला डांसर को निर्वस्त्र कर घुमाने के मुख्य आरोपित किशोरी यादव राजद की ओर से बीते दिसंबर माह में आयोजित बिहार बंदी में काफी सक्रिय था। उक्त बंदी में शामिल होने की उसकी एक तस्वीर बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसके बाद इस मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया। इसे ले जिले के राजनीतिक हलकों में भी चर्चा तेज हो गई। हालांकि जेल जाने के पूर्व मीडिया में दिये बयान में किशोरी यादव ने अपने को पप्पू यादव की पार्टी जाप का कार्यकर्ता बताया था। वहीं जाप व राजद ने किशोरी यादव से किसी तरह के संबंध होने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है।
तस्वीर 21 दिसंबर, 2017 की है। इसमें बिहार बंद के बैनर के साथ कुछ राजद नेता व कार्यकर्ता दिख रहे हैं। उसमें किशोरी यादव भी दिख रहा है। इस संबंध में राजद के बिहिया प्रखंड अध्यक्ष सियाराम सिंह ने कहा कि किशोरी यादव कभी राजद का सदस्य नहीं रहा है। 21 दिसबंर को बालू-गिट्टी नीति के खिलाफ बिहार बंद का आयोजन किया गया था। समर्थन में सभी विपक्षी दल शामिल थे। हो सकता है कि किशोरी यादव आम पब्लिक की तरह बंद में आ गया हो। वहीं जाप के जिलाध्यक्ष डॉ. ब्रजेश सिंह ने किशोरी यादव के बयान से किनारा कर लिया है। उनका कहना है कि किशोरी यादव उनकी पार्टी का सदस्य नहीं है। इधर, युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव प्रिंस सिंह बजरंगी ने इस पूरे प्रकरण के लिए राजद को जिम्मेदार ठहराया। जदयू नेता का कहना है कि राजद के इशारे पर नीतीश सरकार को बदनाम करने के लिए उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि फोटो वायरल होने के बाद राजद का असली चेहरा सामने आ गया है।