भोजपुर के बड़हरा इलाके में समीप सड़क और पुलिया की बदहाली के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। मोहनपुर करजा पुल के समीप महज छह दिनों में तीन लोगों की जान जा चुकी है। इससे इलाके के ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा और सोमवार की सुबह आसपास के गांवों के लोग सड़क पर उतर गये। गुस्साये लोगों ने मोहनपुर करजा व केशोपुर पुल के पास रोड जाम कर दिया। करजा के पास पेड़ की टहनी व बांस-बल्ला प्रदर्शन व रोड जाम किया, जबकि केशोपुर पुल के पास टायर जलाकर विरोध जताया। जाम कर रहे लोग रोड और पुलियों को दुरुस्त करने और सड़क हादसों में मारे गये लोगों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि सड़क और पुलिया की हालत काफी दिन से जर्जर है, लेकिन किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। आवेदन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। लोगों में प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी रोष देखा गया। खासकर स्थानीय बीडीओ व सीओ के प्रति लोग काफी गुस्से में थे और कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस दौरान अफसरों व प्रतिनिधियों के खिलाफ खूब नारेबाजी भी की। इससे आरा-बड़हरा रोड पर करीब चार घंटों तक आवागमन बाधित रहा। जानकारी के अनुसार मोहनपुर करजा और केशवपुर पुल गांव के समीप सोमवार की सुबह तकरीबन छह बजे ही लोग रोड पर उतर गये और सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे। इलाके के मोहनपुर करजा, केशोपुर, सेमरिया पड़रिया व भुसौला समेत कई गांवों के ग्रामीण जाम में शामिल थे। इससे सड़क की दोनों तरफ वाहनों की लाइन लगी रही और राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना मिलने पर बड़हरा थानाध्यक्ष अवधेश कुमार मौके पर पहुंच गये, लेकिन लोग डीएम सहित अन्य वरीय अफसरों को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। बाद में बीडीओ सुशील कुमार और सीओ रामनिवास राम पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया गया। अफसरों ने क्षतिग्रस्त सड़क का शीघ्र निर्माण व मरम्मत कराने का आश्वासन दिया। उसके बाद करीब दस बजे आलागमन बहाल किया जा सका। लोगों का कहना था कि मोहनपुर करजा गांव पुल के पास एक सितंबर को भकुरा गांव के एक युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। 5 सितंबर को केशवपुर गांव निवासी एक जेलकर्मी के बेटे और छह सितंबर की रात आरा के श्रीटोला निवासी एक युवक की सड़क हादसे में मौत हो गयी। 6 सितंबर की रात्रि में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
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