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डॉक्टर की लापरवाही के खिलाफ धरना-प्रदर्शन

इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को ले जन अधिकार पार्टी मंगलवार को आंदोलन पर उतर गयी। जाप कार्यकर्ताओं द्वारा सदर अस्पताल में धरना-प्रदर्शन किया गया।  इस दौरान...

डॉक्टर की लापरवाही के खिलाफ धरना-प्रदर्शन
आरा | हिन्दुस्तान संवाददाताWed, 05 Dec 2018 04:19 PM
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इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को ले जन अधिकार पार्टी मंगलवार को आंदोलन पर उतर गयी। जाप कार्यकर्ताओं द्वारा सदर अस्पताल में धरना-प्रदर्शन किया गया। 

इस दौरान लापरवाह डॉक्टर को सस्पेंड करने व पीड़ित मरीज को मुआवजा देने की मांग की गयी। इसके अलावा शहर के सभी अवैध प्राइवेट अस्पताल बंद करने, सदर अस्पताल में नि:शुल्क डिजिटल एक्सरे व 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा बहाल करने की भी मांग उठायी गयी। डॉक्टर पर कार्रवाई व मांग पूरी नहीं करने पर जोरदार आंदोलन का एलान किया गया।

धरना की अध्यक्षता करते हुए युवा जाप के जिलाध्यक्ष रघुपति यादव ने कहा कि सदर अस्पताल में आये दिन डॉक्टरों की लापरवाही सामने आती रही है। अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन में घोर लापरवाही की गयी। इसका नतीजा हुआ कि महिला मरीज के पैर में लगी स्टील चार माह बाद ही बाहर आ गयी।  जाप के जिलाध्यक्ष डॉ. ब्रजेश कुमार ने कहा कि शहर में बड़ी संख्या में प्राइवेट अस्पताल चल रहे हैं। इनकी जांच कर अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाये। संचालन प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रदेश सचिव संजय लहराबादी, छात्र नेता रितेश कुमार, सुजीत कुशवाहा, बंटी कुमार, टुनटुन कुमार, वेजनाथ सिंह, सोनामति देवी सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

युवा जाप के जिलाध्यक्ष ने बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पिरौटा गांव की मंजू देवी का जुलाई माह में पैर टूट गया था। उसका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया था। तब हड्डी के एक चर्चित डॉक्टर द्वारा 25 जुलाई को मंजू देवी के पैर का ऑपरेशन कर स्टील की प्लेट लगायी गयी थी। कुछ माह बाद ही महिला के पैर से स्टील बाहर आ गयी। उसके बाद महिल अस्पताल पहुंची, तो डॉक्टर द्वारा उसके इलाज में टालमटोल किया जा रहा है।

जाप के आंदोलन के बाद पीड़ित महिला मंजू देवी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। साथ हीं महिला का इलाज भी शुरू कर दिया गया है। सिविल सर्जन के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे डॉ. प्रतीक ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने जाप कार्यकर्ताओं से बात भी की। उन्होंने कहा कि बेहतर इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जायेगा।  पूरे मामले की जांच की जायेगी। बता दें कि सिविल सर्जन सहित अस्पताल के अधिकतर डॉक्टर मंगलवार को जांच के लिए कमीशनर के बुलावे पर सर्किट हाउस चले गये थे। बाद में सिविल सर्जन ने डा. प्रतीक को धरना पर बैठे जाप कार्यकर्ताओं से मिलने व उनकी समस्याएं सुनने के लिए अस्पताल भेजा। 

डीएम व डाक्टर विवाद की जांच करने आरा पहुंची टीम से मिलने के लिए धरना पर बैठे जाप कार्यकर्ता काफी देर तक इंतजार करते रहे। जाप कार्यकर्ता टीम से मिल डॉक्टरों की शिकायत करना चाहते थे। हालांकि टीम शाम तक अस्पताल नहीं पहुंच सकी। इसके बाद कार्यकर्ता लौट गये। बता दें कि डाक्टर व डीएम विवाद की जांच करने के लिए पटना आयुक्त के नेतृत्व टीम आरा पहुंची थी।  

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