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इस साल समय पर बारिश से धान की रोपनी में तेजी

भोजपुर में इस साल समय पर मॉनसूनी बारिश का जोरदार आगाज होने से किसान काफी राहत में हैं। हाल तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद तो किसान व मजदूरों ने पूरी तरह खेतों...

 इस साल समय पर बारिश से धान की रोपनी में तेजी
हिन्दुस्तान टीम,आराThu, 09 Jul 2020 11:38 AM
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भोजपुर में इस साल समय पर मॉनसूनी बारिश का जोरदार आगाज होने से किसान काफी राहत में हैं। हाल तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद तो किसान व मजदूरों ने पूरी तरह खेतों की ओर रूख कर लिया है। कई इलाकों में रोपनी का कार्य शुरू हो गया है तो कुछ जगह रोपनी के लिए खेतों को तैयार करने की कवायद में किसान जुट गये हैं। रोहिणी नक्षत्र में नर्सरी में तैयार किया गया बिचड़ा रोपने लायक हो गया है और किसान खेत की तैयारी में जुट गये हैं। खेत की जुताई कर खर-पतवार नाशी दवाओं का उपयोग हो रहा है। भोजपुर में इस साल एक लाख 20 हजार हेक्टेयर खेतों में रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक 11 हजार 5 सौ हेक्टेयर नर्सरी में बिचड़ा डाले जाने का लक्ष्य रखा गया था। बारिश के बावजूद 10 हजार हेक्टेयर नर्सरी में बिचड़ा डाला गया है और रोहिणी नक्षत्र में डाले गये बिचड़ा को तैयार होने के बाद रोपनी की जा रही है। कृषि विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 प्रखंडों वाले भोजपुर जिले के 282 गांवों में दो हजार हेक्टेयर खेत में धान की रोपनी शुरू की गई है और चार हजार हेक्टेयर खेत में मक्का की खेती की गयी है।

धान में घास व मोथा नियंत्रण को ले करना होगा प्रयास

कृषि विज्ञान केन्द्र के हेड डॉ पीके द्विवेदी ने किसानों को खर-परवार नियंत्रण को ले सलाह दी है। बताया कि खर-पतवार नाशी नियंत्रण के लिए पाइराजोसल्फ्यूरान 100 ग्राम लगभग दो लीटर पानी में घोलकर खेत रोपने लायक बनाने से पहले बालू में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करने से नियंत्रण हो जाता है। धान रोपने के एक-दो दिन बाद खेत में कम से कम तीन से पांच सेंटीमीटर पानी होने पर प्रेटिलाक्लोर प्रति एकड़ छिड़काव होने पर घास का नियंत्रण हो पायेगा।

उदवंतनगर व गड़हनी में सर्वाधिक व तरारी में सबसे कम बारिश

धान की रोपनी के दौर में उदवंतनगर और गड़हनी के अलावा बिहिया में सबसे अधिक बारिश हुई और तरारी में सबसे कम बारिश हुई है। बावजूद इसके रोपनी का काम चल रहा है। जानकारी के अनुसार तरारी में 4 मिमी, पीरो में 7.6 मिमी, बिहिया में 111.6 मिमी, जगदीशपुर में 14.2 मिमी, बड़हरा में 56.8 मिमी, सहार में 38.2 मिमी, अगिआंव में 121.6 मिमी, कोईलवर में 54.2 मिमी, शाहपुर में 44 मिमी, चरपोखरी में 16.8 मिमी, आरा में 106.4 मिमी, गड़हनी में 112.2 मिमी, उदवंतनगर में 135.2 मिमी बारिश हुई है।

बारिश के बाद रोपनी में आयी तेजी

किसानों का कहना है कि बारिश के बाद रोपनी में काफी तेजी आयी है। नर्सरी से बिचड़ा निकालकर खेतों में रोपनी शुरू कर दी गई है। उदवंतनगर के किसान सोनू सुधाकर का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि विगत वर्षों की तुलना में समय पर रोपनी का काम खत्म हो जायेगा। बेताड़ी के किसान राजीव राय का कहना है कि बारिश होती रही तो धान की रोपनी में खर्च कम आयेगा और अच्छा उत्पादन होगा। देवचंदा के प्रगतिशील किसान भीमराज राय का कहना है कि करीब दस साल के बाद किसानों को मौसम का साथ मिल रहा है।

देवचंदा पारले चैनल में पानी के लिए पत्र

पीरो। संवाद सूत्र

देवचंदा पारले चैनल में पानी नहीं आने से 10 एकड़ में रोपी गयी धान की फसल की पटवन के लिए आने वाले समय में परेशानी खड़ी हो सकती है। किसान भूषण भीमराज राय और सत्यनारायण राय ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर पारले चैनल पानी उपलब्ध कराने की गुहार लगायी है। कहा है कि देवचंदा के बाधार में किसानों ने रोहिणी नक्षत्र में तैयार बिचड़ा की रोपनी कर दी है और रोपनी के बाद से पानी नहीं मिल रहा है। बिहिया लाइन में बचरी फाल से निकलने वाले इस पारले चैनल में पानी नहीं मिला तो किसानों को पटवन के लिए परेशानी झेलनी पड़ेगी और अधिक खर्च लगेगा।

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