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सहायक विषय गलत चयन करने वाले विद्यार्थियों को मिला मौका

यूनिवर्सिटी रेगुलेशन से हटकर ऑनर्स विषय के साथ सहायक विषय गलत चुनने वाले विद्यार्थियों को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहत दी है। गलत विषय चुने जाने से रिजल्ट पेंडिंग होने और मामला उजागर...

सहायक विषय गलत चयन करने वाले विद्यार्थियों को मिला मौका
हिन्दुस्तान टीम,आराThu, 15 Nov 2018 11:50 AM
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यूनिवर्सिटी रेगुलेशन से हटकर ऑनर्स विषय के साथ सहायक विषय गलत चुनने वाले विद्यार्थियों को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहत दी है। गलत विषय चुने जाने से रिजल्ट पेंडिंग होने और मामला उजागर होने के बाद आगे की परीक्षा देने पर लगी रोक के बाद ऐसे विद्यार्थियों के कैरियर बर्बाद होने की बढ़ी चिंता अब विवि के इस निर्णय से दूर हो जायेगी। ऐसे विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है कि अब वे विषय संसोधित कर पार्ट वन और पार्ट टू की परीक्षा दे सकेंगे। साथ ही आगामी पार्ट वन और पार्ट टू की परीक्षाओं में शामिल हो कर अपना रिजल्ट सुधार सकेंगे। इसके बाद पुनः आगे होने वाली पार्ट थर्ड की परीक्षा में शामिल हो स्नातक की डिग्री हासिल कर लेंगे। बता दें कि स्नातक पार्ट थर्ड सत्र (2015-18) में सैंकड़ों ऐसे विद्यार्थी है, जिनके साथ ऐसा हुआ है। इनके द्वारा स्नातक में ऑनर्स विषय के साथ सहायक विषय चुनने में की गयी गलती से इनका रिजल्ट पेंडिंग हो गया था। विवि रेगुलेशन से हटकर चुने गये विषय से इनकी डिग्री अमान्य न हो इस कारण विवि ने आगामी परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया।अब विवि ने छात्रहित में इनका इनका कैरियर बर्बाद न हो इसके लिए यह निर्णय लिया है कि विषय सुधार कर सही विषय का चयन करते हुए पुनः परीक्षा में शामिल हो। पार्ट टू की परीक्षा 27 नवंबर से शुरू होगी। वहीं पार्ट वन की परीक्षा भी दिसंबर माह में ली जायेगी।

बॉटनी और जंतुविज्ञान ऑनर्स के साथ लिया था भौतिकी

वीर कुंवर सिंह विवि के विभिन्न अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों के पांच सौ से अधिक विद्यार्थियों ने ऑनर्स के साथ सहायक विषय का चयन गलत तरीके से किया था। इस कारण इनका रिजल्ट पेंडिंग हो गया। रिजल्ट सुधार के लिए ऐसे विद्यार्थी कॉलेज और विवि का चक्कर भी लगाये। थककर रिजल्ट में सुधार नहीं होने पर हंगामा भी पिछले दिनों इनके द्वारा किया गया। उस वक्त विवि ने कोई कार्रवाई नहीं होने का आश्वासन दिया। अब विवि ने छात्र हित में यह निर्णय लिया है। मालूम हो कि इनके द्वारा बॉटनी और जंतुविज्ञान विषय आनर्स के लेते समय सहायक विषय में भौतिकी विषय का चयन किया गया। रेगुलेशन के तहत भौतिकी सिर्फ गणित के विद्यार्थी ले सकते है।ऐसे विद्यार्थी सिर्फ रसायनशास्त्र विषय ही सहायक विषय के रूप में चुन सकते है।

विवि की भी गलती

हालांकि भूलवश विद्यार्थियों के द्वारा चुने गये विषय में विवि की भी गलती बतायी जा रही है। जब इन विद्यार्थियों का पंजीयन हुआ तो उस समय ध्यान नहीं दिया गया। पंजीयन विवि के द्वारा ही निर्गत किया जाता है। ऐसे में विवि की कार्यप्रणाली भी उजागर होती है। पंजीयन के बाद इन विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म पार्ट वन और टू का भरते हुए परीक्षा भी दी।

विवि ने प्राचार्यों को जारी किया पत्र

इधर, विवि परीक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों को प्राचार्यो को पत्र जारी किया है। परीक्षा नियंत्रक प्रो सिद्धेश्वर नारायण सिंह ने बताया कि स्नातक जंतुविज्ञान और बॉटनी प्रतिष्ठा में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं जो भूलवश सहायक विषय भौतिकी रख लिए है और स्नातक पार्ट वन और पार्ट टू की परीक्षा उत्तीर्ण कर लिए है। वैसे विद्यार्थी प्रोन्नत परीक्षार्थी के रूप में स्नातक पार्ट वन और टू की परीक्षा वर्ष 2018 में शामिल होंगे। परीक्षा के एडमिट कार्ड पर सहायक विषय के रूप में रसायनशास्त्र भरते हुए इस विषय की परीक्षा देंगे। प्राचार्य ऐसे विद्यार्थियों के पंजीयन पत्र सुधार के लिए विवि में अविलंब संपर्क करेंगे। ताकि इनका पंजीयन पत्र भी सुधार किया जा सके।

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