अब कॉलेज शिक्षक भी घोषित होंगे टॉपर व फिसड्डी
आपने बच्चों की क्लास में उपस्थिति का रिकार्ड तो देखा-सुना होगा, लेकिन अब कॉलेज व विवि शिक्षक भी उपस्थिति के मामले में टॉपर व फिसड्डी घोषित होंगे। राजभवन ने निर्देश जारी कर शिक्षकों की उपस्थिति से...
आपने बच्चों की क्लास में उपस्थिति का रिकार्ड तो देखा-सुना होगा, लेकिन अब कॉलेज व विवि शिक्षक भी उपस्थिति के मामले में टॉपर व फिसड्डी घोषित होंगे। राजभवन ने निर्देश जारी कर शिक्षकों की उपस्थिति से संबधित जानकारी विवि प्रशासन से मांगी है। इस बार विभिन्न विभागों और कॉलेजों में सबसे अधिक दिन और सबसे कम दिन व कम समय तक उपस्थित रहने वाले शिक्षकों के ब्योरे की मांग विवि प्रशासन से की है। इसे ले विहित प्रपत्र में सूचना देने को कहा गया है। इससे जहां एक ओर यह अंदेशा जताया जा रहा है कि गायब रहने वाले शिक्षकों पर गाज गिर सकती है, वहीं दूसरी ओर यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि उपस्थिति के मामले में बेहतर रिकार्ड रखने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। राज्यपाल सचिवालय से प्राप्त पत्र के आलोक में वीर कुंवर सिंह विवि प्रशासन ने सभी अंगीभूत कॉलेजों और पीजी के विभागाध्यक्षों को पत्र जारी कर 30 मई तक इससे संबधित सूचना विहित प्रपत्र में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
विहित प्रपत्र में इन बातों को देनी है जानकारी
कॉलेजों और विभागों को ऐसे तीन शिक्षक, जो सबसे अधिक दिन कॉलेज एवं विभाग में आकर ज्यादा समय बिताये हों और तीन ऐसे शिक्षक जो सबसे कम दिन आते हुए कम समय बिताये हों, उनका नाम दिया जाना है। कॉलेजों और विभागों को ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कर विवि प्रशासन को देनी है। इसके बाद विवि प्रशासन इसे राजभवन भेजेगा। विवि कुलसचिव कार्यालय से इस संबध में जारी की गयी अधिसूचना के मुताबिक इसमें पिछले माह में कॉलेज और विभाग आये शिक्षकों के बारे में जानकारी देनी है। साथ ही कहा गया है कि हर माह के प्रथम सप्ताह में यह जानकारी उपलब्ध करायी जाये।
कार्य संस्कृति में सुधार के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम भी लागू
सूत्रों की मानें तो इसका एक मकसद यह भी है कि बायोमेट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनने के बाद भी कार्य संस्कृति में सुधार हो पाया है या नहीं, इसकी जांच की जायेगी। साथ ही यह देखा जायेगा कि कौन शिक्षक समय और कौन बेसमय कॉलेज आते हैं। मालूम हो कि वर्ग में उपस्थिति सुनिश्चित करने को ले राजभवन ने बायोमेट्रिक सिस्टम लागू कर दिया है। इससे पीजी विभागों समेत अधिकतर अंगीभूत कॉलेजों में हाजिरी बनने भी लगी है। इसके बाद अब देखना यह है कि इस आदेश पर कितना सुधार हो पाता है।