किसान आंदोलन के नेताओं का आरा में 18 को होगा जुटान
-दो दिनों के कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता रणनीति पर करेंगे विचारज जाज ज जाज ज जजाज...

-दो दिनों के कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता रणनीति पर करेंगे विचार
-देश के लगभग 10 राज्यों के किसान नेताओं के आरा में आने की है संभावना
आरा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
कृषि बिल वापस लेने की मांग को ले पिछले एक साल से ज्यादा समय तक चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन के नेताओं का आरा में 18-19 दिसंबर को जुटान होने जा रहा है। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष व तरारी विधायक सह पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष सुदामा प्रसाद ने बताया कि 18 दिसंबर को कम्युनिस्ट नेता और भाकपा माले के पूर्व दिवंगत महासचिव विनोद मिश्र की 23वीं पुण्यतिथि है। उस दिन आरा के पूर्वी नवादा स्थित क्रांति पार्क में शहीदों की मूर्ति पर माल्यार्पण व श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम है। दोपहर में नागरी प्रचारिणी सभागार में इन किसान नेताओं का अभिनंदन और उनका संबोधन होगा। दिल्ली के सिंघु बॉर्डर,टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और शाहजहांपुर बॉर्डर पर संयुक्त किसान आंदोलन में शामिल किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करवाने वाले व किसान आंदोलन में जीत के बाद ये किसान नेता पहली बार भोजपुर की धरती पर आ रहे हैं। साथ ही 18 को शाम से दो दिवसीय अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जायेगा। कार्यक्रम में बिहार के अलावा देश के लगभग 10 राज्यों से किसान नेता शामिल होंगे। शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के किसान नेता रूदल सिंह और जसवीर कौर, उत्तराखंड से पुरुषोत्तम शर्मा, उत्तर प्रदेश से जयप्रकाश सिंह कुशवाहा, राजस्थान से फूलचंद ढेवा व रामचंद्र कुलहरी, महाराष्ट्र से सुभाष कुत्सके, राजेंद्र बाउके व किशोर धावले, पश्चिम बंगाल से अनोज भट्टाचार्य और असम से बलिंदर सैकिया सहित अन्य किसान नेता शामिल होंगे।
