व्यवसायियों पर हमले के खिलाफ बंद रहा आरा, प्रदर्शन
भोजपुर में व्यवसायियों पर हो रहे हमले व बढ़ते अपराध के खिलाफ बुधवार को आरा शहर पूरी तरह बंद रहा। इस दौरान शहर में जगह-जगह प्रदर्शन व रोड जाम किया गया। शहर के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान व दुकानें भी बंद...
भोजपुर में व्यवसायियों पर हो रहे हमले व बढ़ते अपराध के खिलाफ बुधवार को आरा शहर पूरी तरह बंद रहा। इस दौरान शहर में जगह-जगह प्रदर्शन व रोड जाम किया गया। शहर के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान व दुकानें भी बंद रहीं। अपराधियों की गिरफ्तारी व सुरक्षा की मांग को लेकर शहर के व्यवसायी सुबह करीब नौ बजे ही सड़क पर उतर गये। व्यवसायियों के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक व संगठनों के कार्यकर्ता व स्थानीय लोग भी रोड पर आ गये। इसके बाद बिहार व्यावसायिक संघर्ष मोर्चा व नगर व्यवसायी संघ के संयुक्त तत्वाधान में घूम-घूमकर प्रदर्शन किया जाने लगा। बाइक जुलूस भी निकाला गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गयी। इस क्रम में गोपाली चौक के समीप वाहन लगाकर रोड जाम कर दिया गया। इससे काफी देर तक आवागमन बाधित रहा। जाम में बंदियों को जेल से कोर्ट ले जाने वाली गाड़ी भी फंसी रही। गोपाली चौक और शिवगंज मोड़ पर सभा की गयी। इस दौरान अपराधियों को गिरफ्तार करने, व्यवसायियों को सुरक्षा प्रदान करने व गोलीबारी में मारे गये महिन्द्रा ट्रैक्टर शो रूम के कर्मी विपुल मिश्रा के परिजनों को दस लाख रुपये व घायल कर्मी के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन में विधान पार्षद व राजद नेता राधाचरण साह, मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रभानु गुप्ता व महासचिव कृष्ण रंजन गुप्ता, भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रेम पंकज उर्फ ललन, दुर्गा राज, माले नेता व वार्ड पार्षद अमित कुमार बंटी, नगर व्यवसायी संघ के महामंत्री राजकिशोर शर्मा, मुन्नू सिंह, राजेश कुमार, विभू जैन, प्रमोद कुमार, विष्णुशंकर, कृष्ण रंजन गुप्ता, दीपक कुमार, राजू कुमार, शशिरंजन, रूपेश कुमार, सुनील कुमार व विनोद कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में व्यावसायी सहित अन्य लोग शामिल थे।
शहर के सभी मॉल व पेट्रोल पंप भी रहे बंद
अपराध के खिलाफ बुधवार को शहर के सभी मॉल, शोरूम व पेट्रोल पंप भी बंद रहे। पेट्रोल पंप रहने से वाहनों के परिचालन पर काफी असर पड़ा। वहीं मॉल व दुकानों के बंद रहने से लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाजार में खरीदारी के लिए लोग बैरंग वापस लौट रहे थे। शाम करीब तीन बजे के बाद इक्का-दुकानों के शटर उठने शुरू हुए। इसके बाद कुछ चहल-पहल बढ़ी और लोग खरीदारी में जुट गये।
निजी स्कूल भी एहतियातन बंद रखे गये
बंद की पूर्व घोषणा को देखते हुए आरा शहर के कई निजी स्कूल भी एहतियातन बंद रखे गये थे। स्कूलों की बंदी का मैसेज पूर्व में ही अभिभावकों के मोबाइल पर भेज दिये गये थे। इससे विद्यार्थी भी बंद के दौरान अपने-अपने घरों में कैद रहे।