
बिहार चुनाव के बीच क्यों होने लगी राहुल गांधी की शादी की चर्चा? खरगे पर BJP का ये कैसा पलटवार
संक्षेप: यह टिप्पणी राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना है, जिनकी अभी तक शादी नहीं हो सकी है। इससे पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने वैशाली जिले के राजा पाकर में कहा था कि बिहार में नरेंद्र मोदी ऐसे घूम रहे हैं, जैसे उनके बेटे की शादी हो।
Bihar Assembly Elections: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार का शोर मंगलवार की शाम 5 बजे थम जाएगा लेकिन उससे पहले चुनावी दंगल में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की शादी की सियासी चर्चा ने भी एंट्री मार ली है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया है कि अगर कांग्रेस के युवराज की कभी भी शादी होती है तो, उसमें वह जरूर आएंगे।

दरअसल, गिरिराज सिंह का यह तंज तब सामने आया, जब एक दिन पहले यानी सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि मोदी जी बिहार में ऐसे घूम रहे हैं, जैसे उनके बेटे की शादी हो। खरगे की "बेटे की शादी" वाली टिप्पणी पर ही गिरिराज सिंह ने अब पलटवार किया है। उन्होंने खरगे के भाषण की वीडियो क्लिप को साझा करते हुए लिखा, “खड़गे जी, कांग्रेस के युवराज की भी अगर कभी शादी होती है तो उसमे जरूर आयेंगे।”
राहुल गांधी पर परोक्ष निशाना
केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना है, जिनकी अभी तक शादी नहीं हो सकी है। इससे पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए वैशाली जिले के राजा पाकर में कहा था, "बिहार में नरेंद्र मोदी ऐसे घूम रहे हैं, जैसे उनके बेटे की शादी हो। पंचायत चुनाव से लेकर सांसदी के चुनाव में मोदी ही घूमते हैं, हर बार उनका ही चेहरा दिखाई देता है। अरे.. मोदी के चेहरे को देखकर लोग कितनी बार वोट देंगे।" खरगे के इसी बयान पर गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है।
खरगे ने और क्या कहा था?
खरगे ने राजा पाकर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बनाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चुनाव जीतने की स्थिति में मोदी अपने किसी चेले को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाएंगे। चुनाव के बाद नीतीश कुमार से कहा जाएगा कि आपकी तबियत ठीक नहीं है, आप घर बैठकर आराम कीजिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने बिहार में पलायन, बेरोजगारी, गरीबी और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दों पर जनता दल यूनाटेड (जदयू)- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नाकामियों को गिनाते हुये कहा कि नीतीश कुमार नौ बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन उन्होंने जनता की कभी सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि कुमार 20 वर्षों में न तो वे शिक्षा और रोजगार की स्थिति में सुधार ला सके, न बिहार से पलायन रोक पाए और न ही गरीबी खत्म कर पाए। नौजवानों को नौकरियां नहीं मिलीं और लाखों लोग पलायन करने को मजबूर रहे। उन्होंने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के जंगलराज हटाने वाले बयानों पर तीखा पलटवार करते हुए सवाल किया कि जब पिछले 20 साल से बिहार में जदयू-भाजपा की सरकार है, तो अब तक जंगलराज खत्म क्यों नहीं हो पाया है।





