जिंदा लोगों के वोट कट रहे, वो तिरंगा कैसे फहराएंगे; 15 अगस्त पर तेजस्वी यादव का खुला पत्र
संक्षेप: 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार वासियों के नाम खुला पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चुनाव आयोग के वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) के जरिए वोट काटे जाने का आरोप लगाते हुए लोगों से इसके खिलाफ आगे आने की अपील की है।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार वासियों के नाम खुला पत्र लिखा है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, तो ये विडंबना ही है कि बिहार अपने वोट के अधिकार की आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिंदा लोगों के वोट काटे जा रहे हैं, तो वे अपने घरों पर तिरंगा कैसे फहराएंगे। जो मर गए उनके नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बिहार में तानाशाही के सामंती साम्राज्य की स्थापना करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

तेजस्वी यादव ने 15 अगस्त को अपने सोशल मीडिया हैंडल से बिहार वासियों के नाम खुला पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कहा, “स्वाधीनता का मतलब क्या यही है कि हम अपने-अपने घरों पर तिरंगा लहरा दें? तानाशाही हमारा गला घोंटती रहे और हम देशभक्ति के गीत गाकर झूमते रहें। हास्यास्पद स्थिति में आज बिहार के लोगों को इस सत्ता और उनके पिट्ठुओं ने लाकर खड़ा कर दिया है। जो जिंदा हैं, उनका वोट काट दिया गया है। जो मर चुके हैं, उनका नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है। एक झटके में लाखों नाम हटा दिए गए, जिंदा इंसान मृत बना दिए गए।”
उन्होंने कहा कि स्वाधीनता दिवस के अवसर पर ये सोचिएगा कि जो इंसान बिहार की वोटर लिस्ट में मर चुका है, आज वो अपने घर पर तिरंगा फहराते हुए कैसा महसूस कर रहा होगा। उसकी पीड़ा, उसके दर्द का हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों के दो-दो जगह वोट हैं, और एक गरीब को अपना एक वोट बनवाते हुए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, “मतदाता सूची में नाम लिखवाने के लिए आधार कार्ड मान्य नहीं है, निवास प्रमाण पत्र मान्य है। निवास प्रमाण पत्र कैसे बनेगा? आधार कार्ड से। पासपोर्ट मान्य है, आधार कार्ड मान्य नहीं है? पासपोर्ट कैसे बनेगा? आधार कार्ड से। बाढ़ में जिनके निवास बह चुके हैं, वो निवास प्रमाण पत्र नहीं दिखा पा रहे हैं। जबकि कुत्ते-बिल्ली तक के निवास प्रमाण पत्र बना दिए जा रहे हैं। बिहार वासियों से बिहारी होने का सबूत मांगा जा रहा है, वहीं गुजरात के लोगों का बिहार की वोटर लिस्ट में नाम आ रहा है।”
तेजस्वी ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने और गरीब-पिछड़ों और दलितों एवं मजदूरों के वोट खाने का आरोप लगाया। साथ ही लोगों से बिहार में लोकतंत्र, संविधान और स्वाधीनता को बचाने के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने 17 अगस्त से शुरू हो रही महागठबंधन की बिहार वोटर अधिकार यात्रा में लोगों से हिस्सा लेने की अपील की। साथ ही कहा, "बिहार को हर हाल में बचाइए। याद दिला दो अच्छे से इस तानाशाही विभाजनकारी को कि तुम एक इंच भी हिला ना सकोगे अटल अडिग बिहारी को!"





