
ललन सिंह और मांझी के बाद उपेंद्र कुशवाहा से मिले धर्मेंद्र प्रधान; NDA में सीट शेयरिंग की कवायद तेज
संक्षेप: बिहार चुनाव के मद्देनजर NDA में सीट बंटवारे की कवायद तेज हो गई है। बिहार बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने ताबड़तोड़ एनडीए के सहयोगी दलों से लगातार तीन बैठकें की। पहले जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह, फिर हम के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और फिर RLM चीफ उपेंद्र कुशवाहा से मिले।
बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे की कवायद तेज हो गई है। दो दिन के दौरे पर पटना आए बिहार बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने एक ही दिन (रविवार) को एनडीए के तीन घटक दलों के नेताओं से मुलाकात की। सबसे पहले जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के घर मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ विनोद तावड़े भी मौजूद रहे। फिर राजग के घटक दल हम के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी से मिलने उनके आवास गए। जहां करीब आधे घंटे तक बैठक चली। जिसमें डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी साथ रहे। दो मुलाकातों के बाद तीसरी बैठक रालोमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के साथ उनके आवास पर हुई। जो करीब आधे घंटे तक चली।

बताया जा रहा है कि इस बैठक में एनडीए के दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई। जदयू के सीनियर लीडर ललन सिंह ने धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठक को शिष्टाचार मुलाकात बताया। सीट बंटवारे के सवाल पर उन्होने कहा कि एनडीए के सभी घटक दल साथ बैठकर इस पर चर्चा करेंगे। वहीं हम के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा सीट बंटवारे पर चर्चा हुई है। जल्द सीट शेयरिंग हो जाएगी। एनडीए में सबकुछ ऑल इज वेल है। हालांकि अभी तक बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है
आपको बता दें 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू 115 सीटों पर लड़कर 43 पर जीत हासिल कर पाई थी। वहीं भाजपा 110 सीटों पर लड़ी थी, और 74 पर उसे जीत मिली थी। इस बार एनडीए में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के दल भी हैं। ऐसे में देखना होगा कि 243 सीटों में क्या बीजेपी और जेडीयू 100-100 सीटों पर लड़ पाएंगे। या फिर सहयोगी 3 दलों को लिए त्याग करना पड़ेगा।





