स्टूडेंट क्रेडिट कार्य योजना के भरोसे आवेदन करने वालों का एडमिशन क्यों रूका, 20 हजार छात्रों का क्या होगा
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि ऐसे संस्थानों में नये नामांकन के लिए जो भी विद्यार्थी आवेदन दिये हैं, उनके आवेदन होल्ड रखें, ताकि विभाग के अंतिम निर्णय लेने पर आगे की कार्रवाई की जा सके।
बिहार के विभिन्न जिलों के 381 निजी शैक्षणिक संस्थानों में स्टूडेंट क्रेडिट कार्य योजना के भरोसे आवेदन करने वाले विद्यार्थियों का नामांकन अधर में है। नैक से मान्यता नहीं रहने के कारण शैक्षणिक सत्र 2024-25 से ऐसे संस्थानों का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ पर रोक है। ये सभी संस्थान पांच साल पुराने हैं। दूसरी ओर नैक का पोर्टल बंद है, जिस कारण संस्थान अभी मान्यता के लिए आवेदन भी नहीं कर सकते हैं। इसको देखते हुए संस्थानों को एक साल के लिए नैक अनिवार्यता से छूट देने पर कई दिनों से विचार चल रहा है, पर शिक्षा विभाग अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच सका है।
इससे करीब 20 हजार विद्यार्थियों का नामांकन रुका हुआ है। वहीं, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि ऐसे संस्थानों में नये नामांकन के लिए जो भी विद्यार्थी आवेदन दिये हैं, उनके आवेदन होल्ड रखें, ताकि विभाग के अंतिम निर्णय लेने पर आगे की कार्रवाई की जा सके।
शिक्षा विभाग इन संस्थानों को सशर्त छूट देने पर विचार कर रहा है। इसी के अंतर्गत विभाग ने इन संस्थानों के प्रतिनिधियों को पिछले महीने प्रशिक्षण दिया था कि नैक से मान्यता लेने के लिए उन्होंने कौन-कौन सी प्रक्रिया पूरी करनी है।
मिली जानकारी के अनुसार 381 संस्थानों में करीब 50 ने नैक से मान्यता के लिए आवेदन कर दिया है। मगर नैक ने आगे की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं की है। इन संस्थानों को भी कोई राहत नहीं दी गई है।