हार्ले डेविडसन क्यों है दुनिया भर में बाइक के दीवानों की पसंद, जानें इससे जुड़े कुछ तथ्य
हार्ले डेविडसन को दुनिया भर में क्रूजर बाइक (लंबी दूरी तय करने के लिए बनाई गई बाइक) के शोकीनों की पहली पसंद माना जाता है। इतना ही नहीं अमेरिका में बाइकिंग कल्चर की शुरुआत भी हार्ले से ही...
हार्ले डेविडसन को दुनिया भर में क्रूजर बाइक (लंबी दूरी तय करने के लिए बनाई गई बाइक) के शोकीनों की पहली पसंद माना जाता है। इतना ही नहीं अमेरिका में बाइकिंग कल्चर की शुरुआत भी हार्ले से ही मानी जाती है। अभी हाल ही में हार्ले ने अपने 17 नए मॉडल्स को भारत में लॉन्च किया था। जिनकी कीमत 5 लाख रुपए से 50 लाख रुपए बीच है। अमेरीका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी भारत में इन बाइकों पर लगने वाला 60-75% टैक्स को कम करवा कर 50% करवाया था। ऐसे में यह उत्सुकता भी अक्सर लोगों के मन आती है कि आखिर इस बाइक में ऐसा है क्या खास है, जो इसे एक क्लासिक और कल्ट बाइक बनाता है।
हार्ले डेविडसन क्यों है खास
सबसे पहले तो जान लीजिए कि इस बाइक को देखने से पहले इसकी आवाज ही लोगों को बता देगी कि कोई हार्ले की बाइक आस-पास है। हार्ले की बाइकों की एक अलग और भारी आवाज होती है। जो इसे एक ताकतवर बाइक होने का अहसास देती है। वहीं इसकी अलग ओर अनोखी आवाज के कारण इसकी आवाज भी पेटेंटेड है यानी कोई भी कंपनी अपनी बाइक की आवाज इन बाअक्स जैसे नहीं रख सकती। हार्ले को खरीदने वाले अक्सर बाइकिंग ग्रुप का हिस्सा होते हैं, जहां वे एक-दूसरे से मिलते है, राइडिंग ट्रिप्स पर साथ जाते हैं और एक-दूसरे से अपने अनुभव साझा करते हैं। इस कारण इनकी एक अलग कम्यूनिटी बन जाती है। इसके अलवा बात जब कंपनी के बिजनेस की जाए, तो साल 2018 (मई) में इसका मार्केट कैप सात अरब डॉलर तक पहुंच गया था।
हार्ले का सबसे पहला कारखाना
हार्ले की शुरूआत 1903 में अमरीकी शहर विस्कोंसिन के मिलवॉकी में विलियम एस हार्ले, आर्थर और वॉल्टर (डेविडसन भाई) ने मिलकर एक छोटे से शेड में हार्ले-डेविडसन कंपनी की नींव रखी थी। हार्ले डेविडसन का पहला कारखाना लकड़ी के छोटे से कमरे से शुरू हुआ था। यहां पहली 116 सीसी इंजन वाली बाइक बनाई गई थी। इस कमरे में लकड़ी के दरवाजे पर हार्ले डेविडसन मोटर कंपनी उकेरा गया था। 1906 में हार्ले का दूसरा प्लांट शुरू किया गया, जिसमें 6 कर्मचारी थे। इसके बाद 1910 में कंपनी ने फुलटाइम कर्मचारियों की नियुक्ति करना शुरू किया।
पहले विश्व युद्ध से हार्ले का कनेक्शन
1917 में जब अमेरिका जब पहले विश्व युद्ध में शामिल हुआ, तो अमेरिकी सरकार ने सेना के लिए कपंनी की लगभग 1 तिहाई बाइक्स को खरीद लिया था। युद्ध के खत्म होने के बाद सेना हार्ले की बाइक सवारी करते हुए ही अमेरिकी सेना ने जर्मनी में प्रवेश किया था। इतना ही नहीं अमेरिकी सेना की मांग पर हार्ले ने सेना के लिए बॉक्सर स्टाइल ट्वीन सिलेंडर इंजन बनाया। हार्ले ने 1941 से 1945 तक सिर्फ अमेरिकी सेना के लिए ही बाइक बनाई। इस दौरान कंपनी ने लगभग 90 हजार बाइक्स बनाई।
हार्ले की सबसे महंगी और सबसे सस्ती बाइक
हार्ले की सबसे महंगी बाइक हार्ले डेविडसन कॉमिक स्टारशिप को माना जाता है। यह एक कस्टम बाइक थी जिसे 2010 में एक रेड कार्पेट इवेंट में पेश किया गया था। जिसके बाद इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती गई और बाद में इसे लगभग 3 मिलियन यूएस डॉलर में बेचा गया। इसके बाद इसे ओपन मार्केट में बेचने के लिए बनाया गया और आज जिसकी कीमत लगभग 9 करोड़ 71 लाख से शुरू है। वहीं हार्ले की सबसे सस्ती बाइक हार्ले डेविडसन स्ट्रीट 750 है, जो लगभग 5 लाख 10 हजार से शुरू होती है।