आग का गोला बन गई टाटा की ये दमदार SUV, कंपनी ने बताई ये बड़ी वजह; आप मत कर बैठिएगा ये गलती
टाटा की एक दमदार एसयूवी देखते ही देखते आग का गोला बन गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसके बाद कंपनी एक्शन में आई। वहीं, अब टाटा मोटर्स ने जांच के बाद आग लगने का कारण बताया है।

हाल ही में हुई एक घटना ने टाटा की दमदार एसयूवी सफारी के मालिकों के बीच चिंता बढ़ा दी है। जी हां, क्योंकि पंजाब के लुधियाना में एक सफारी एसयूवी में अचानक आग लग गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना की जानकारी सामने आने के बाद टाटा मोटर्स ने एक्शन लेते हुए जांच शुरू की। कंपनी के एक प्रवक्ता के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला कि हॉट साइलेंसर असेंबली के पास कुछ ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण यह घटना हुई है। आइए कार निर्माता का आधिकारिक बयान जानते हैं।
ग्राहक के संपर्क में कंपनी
प्रारंभिक जांच के अनुसार, हॉट साइलेंसर असेंबली के पास अंडरबॉडी इंजन गार्ड पर जमा सूखी पत्तियां और पेपर कप था, जिस कारण साइलेंसर के पास हीट होने के कारण यह घटना हुई होगी। फिलहाल, मामले की गहन जांच की जा रही है। जानकारी मिलने के बाद कंपनी समाधान प्रदान करने के लिए ग्राहक के संपर्क में है।
बाजार से कार में न कराएं कोई काम
कार में आग लगने का एक आम कारण बाहर बाजार से होने वाले बदलाव भी हैं। कई कार मालिक अपने वाहनों में एजेंसी के बाहर से काम कराते हैं, जिस कारण भी आग लगने की घटनाएं होती हैं। आफ्टरमार्केट काम होने के बाद शॉर्ट सर्किट जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
सही जगह करें पार्किंग
असुरक्षित वातावरण में पार्किंग करने से कारों में आग लगने का बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। जब वाहनों को सूखी पत्तियों, मलबे जैसे ज्वलनशील पदार्थों वाले क्षेत्रों या यहां तक कि लंबी घास के पास पार्क किया जाता है, तो आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।संभावित आग की घटनाओं को रोकने और पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए एक सुरक्षित और संरक्षित पार्किंग स्थल चुनना महत्वपूर्ण है।
कार मालिकों को सलाह
जबकि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण हॉट साइलेंसर असेंबली के पास जमा हुआ मलबा बताया गया है, घटना की व्यापक समझ के लिए पूरी जांच रिपोर्ट का इंतजार करना महत्वपूर्ण है। इस बीच कार मालिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वाहनों में आफ्टरमार्केट बदलाव करते समय सावधानी बरतें, खासकर जब इलेक्ट्रॉनिक्स की बात आती है। सुरक्षा को प्राथमिकता देने और निर्माता दिशा-निर्देशों का पालन करने से फ्यूचर में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोकने में काफी मदद मिल सकती है।
