Maruti की ये बेस्ट सेलिंग कार सेफ़्टी में निकली फिसड्डी, NCAP क्रैश टेस्ट में मिली जीरो रेटिंग
कार खरीदते समय लुक, डिज़ाइन और माइलेज के अलावा आप उसमें दी जाने वाली सेफ़्टी फीचर्स और मजबूती के बारे में कितना सोचते हैं। यदि अब तक आपने इस बात पर ध्यान नहीं दिया तो अब जरूर गौर करें। देश की सबसे...
कार खरीदते समय लुक, डिज़ाइन और माइलेज के अलावा आप उसमें दी जाने वाली सेफ़्टी फीचर्स और मजबूती के बारे में कितना सोचते हैं। यदि अब तक आपने इस बात पर ध्यान नहीं दिया तो अब जरूर गौर करें। देश की सबसे कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी पैसेंजर कार सेग्मेंट में भले ही नंबर वन की पोजिशन पर है, लेकिन कंपनी की बेस्ट सेलिंग हैचबैक कार Maruti Swift सेफ्टी के लिहाज से फिसड्डी साबित हुई है।
दरअसल, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन (NCAP) कार असेसमेंट प्रोग्राम के तहत मारुति सुजुकी की हाल ही में लॉन्च की नई Swift का क्रैश टेस्ट किया गया। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि करोड़ो दिलों पर राज करने वाली इस कार को क्रैश टेस्ट में जीरो रेटिंग मिली है। कंपनी ने इसी कार इसके फेसलिफ्ट मॉडल को नए अपडेट्स के साथ लॉन्च किया था।
इस क्रैश टेस्ट में Maruti Swift के जिस वेरिएंट को शामिल किया गया है, उसमें दो एयरबैग दिए गए थें। लैटिन एनकैप क्रैश टेस्ट में डिजायर को भी जीरो रेटिंग मिली है। इस क्रैश टेस्ट के दौरान स्विफ्ट को व्यस्कों की सुरक्षा के लिए 15.53% (6.21 प्वाइंट्स), चाइल्ड सेफ्टी में 0% और (0 प्वाइंट्स), पैडेस्ट्रीयन रोड पर चलने वाली पदयात्रियों के सुरक्षा के लिहाज से 6.98% (3 प्वाइंट्स) मिले हैं।
लैटिन एनसीएपी का कहना है कि खराब साइड इफेक्ट प्रोटेक्शन, कम व्हिपलैश स्कोर, स्टैंडर्ड साइड प्रोटेक्शन एयरबैग की कमी, ईएससी का न होना, रियर सेंटर सीट में तीन- पॉइंट यूनिट के बजाय लैप बेल्ट का उपयोग करने के चलते इस कार को जीरो (0) स्टार रेटिंग मिली है। इतना ही नहीं सुजुकी अपनी इस कार में चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम्स (CRS) रेक्मेंड नहीं करता है।
NCAP का ये भी कहना है कि, जहां चालक और यात्री के सिर और गर्दन को दी जाने वाली सुरक्षा अच्छी थी, वहीं चालक के सीने (चेस्ट एरिया) में कमजोर सुरक्षा देखने को मिली है। इसके अलावा, ड्राइवर और यात्री के घुटनों को मामूली सेफ्टी मिलती है, क्योंकि तेजी से हिट होने के दौरान डैशबोर्ड के पीछे के कंपोनेंट्स इसे बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं।
वहीं कार के साइड इफेक्ट के मामले में, सिर और पेट की सुरक्षा पर्याप्त थी लेकिन चेस्ट एरिया की सुरक्षा खराब थी, जिसके परिणामस्वरूप इस टेस्ट में कार को जीरो रेटिंग मिली है। दिलचस्प बात यह है कि जहां इस मौजूदा Swift को लैटिन NCAP परीक्षणों में जीरो रेटिंग मिली है। वहीं 2018 में ग्लोबल NCAP टेस्ट में इसी मॉडल को 2-स्टार सुरक्षा रेटिंग मिली थी। ऐसा माना जा रहा है कि इन परिणामों में अंतर ग्लोबल एनसीएपी और लैटिन एनसीएपी के परीक्षण प्रोटोकॉल में किए गए बदलाव के कारण है।
कैसी है नई Maruti Swift:
इस कार के नए फेसलिफ़्ट मॉडल को इसी साल फरवरी महीने में लॉन्च किया गया था। इसकी कीमत 5.76 लाख रुपये से लेकर 6.40 लाख रुपये के बीच है। कंपनी ने इसमें 1.2 लीटर की क्षमता का नया दमदार K12N पेट्रोल इंजन का प्रयोग किया है। ये इंजन 90bhp की पावर और 113Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। इसके नए इंजन में पिस्टन कूलिंग जेट, ज्यादा कम्प्रेशन रेसियो और कूल्ड EGR सिस्टम भी दिया गया है।
नई Swift माइेलज के मामले में भी बेहतर है। कंपनी का दावा है कि इस कार का मैनुअल वैरिएंट 23.20 किलोमीटर प्रतिलीटर और AGS ट्रांसमिशन वैरिएंट 23.76 किलोमीटर प्रतिलीटर का माइलेज देती है। बता दें कि, इसका पिछला मॉडल 21.2 किलोमीटर प्रतिलीटर का माइलेज देता था। इस कार में दी गई ऑटो आइडल स्टार्ट-स्टॉप टेक्नोलॉजी इसके माइलेज को बेहतर बनाती है।