मारुति ने भारतीय नौसेना से मिलाया हाथ! 22 दिन में 9 राज्यों में चलेगा ये नया प्रोग्राम, 6,500km तक रफ्तार भरेंगी ये धांसू SUVs
मारुति सुजुकी ने अपने पूर्वोत्तर आउटरीच कार्यक्रम के लिए भारतीय नौसेना के साथ साझेदारी की है। यह अनोखा जागरूकता अभियान 22 दिनों की अवधि के भीतर 9 राज्यों में 6,500 किलोमीटर की दूरी तय करेग

देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया, 'खाम्री मो सिक्किम' आउटरीच प्रोग्राम के माध्यम से युवाओं के बीच कैरियर के अवसरों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए भारतीय नौसेना के साथ अपने पार्टनरशिप की घोषणा की है। 6,500 किलोमीटर लंबे प्रोग्राम को लोनावाला (महाराष्ट्र) स्थित भारतीय नौसेना बेस से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कुल 45 नौसेना अधिकारी अगले कुछ हफ्तों के लिए पांच वाहन चलाएंगे, जिनमें मारुति सुजुकी की तीन ट्रू-ब्लू ऑफ-रोडर जिम्नी और दो प्रमुख ग्रैंड विटारा ऑल ग्रिप एसयूवी शामिल हैं। इसके माध्यम से कवर किए जाने वाले कुछ प्रमुख क्षेत्र महू, झांसी, लखनऊ, वाराणसी, पटना, बागडोगरा, गंगटोक, लाचेन, गुरुडोंगमा, कोलकाता, भुवनेश्वर, विशाखापत्तनम और हैदराबाद हैं।
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'पार्टनरशिप पर बहुत गर्व'
इस पार्टनरशिप पर बोलते हुए मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी, मार्केटिंग एंड सेल्स शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि मारुति सुजुकी को भारतीय नौसेना के 'खम्री मो सिक्किम' ड्राइव के साथ अपने पार्टनरशिप पर बहुत गर्व है। भारतीय नौसेना के साथ हमारा जुड़ाव पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा देने और हमारे देश के युवाओं की क्षमता का पोषण करने के प्रति हमारे अटूट समर्पण को रेखांकित करता है। मैं अधिकारियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं और मुझे विश्वास है कि हमारी उद्देश्य-निर्मित एसयूवी इस यात्रा को रोमांचक और फायदेमंद दोनों बनाएगी।
कमांडिंग ऑफिसर ने दिया ये संदेश
इस मौके पर भारतीय नौसेना के INS शिवाजी के कमांडिंग ऑफिसर कमोडोर मोहित गोयल ने कहा कि यह पहल पूर्वोत्तर भारत की प्रगति और भलाई में योगदान करने का एक सहयोगात्मक प्रयास है। हमारा प्राथमिक लक्ष्य युवाओं को नौसेना के भीतर प्रचुर संभावनाओं के बारे में बताना और प्रेरित करना है। इसके अलावा यह पहल क्षेत्र के स्थानीय समुदायों के भीतर हमारे संबंधों को विकसित करने और मजबूत करने का प्रयास करती है।
तीन हिस्सों में चलेगा यह अभियान
आपको बता दें कि यह अभियान तीन हिस्सों में चलेगा। प्रत्येक का अपना फोकस और उद्देश्य होगा। स्ट्रेच 1 INS शिवाजी से बागडोगरा तक जाएगा। स्ट्रेच 2 व्यापक रूप से सिक्किम को कवर करेगा और स्ट्रेच 3 गंगटोक, सिक्किम से INS शिवाजी तक विस्तारित होगा, जिसमें पूर्वी तटीय क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जैसे ही काफिला अपनी ऐतिहासिक यात्रा पर विभिन्न राज्यों को पार करेगा, प्रतिभागी स्थानीय समुदायों के साथ निकटता से जुड़ेंगे। वे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में दिलचस्प प्रेरणादायक व्याख्यान देंगे और रक्षा प्रवेश परीक्षाओं पर अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। इसके अलावा, यह असाधारण रैली अपने आउटरीच कार्यक्रम के ताने-बाने में इतिहास और संस्कृति को बुनने का वादा करती है। मार्ग के साथ प्रतिभागी ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण स्मारकों की मनोरम यात्राओं में भाग लेंगे।
