महीनेभर में आधा दर्जन Electric टू-व्हीलर्स में आग लगी, अब आपकी सेफ्टी के लिए सरकार ने बनाया नया प्लान
महीनेभर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने के आधा दर्जन मामले समाने आए हैं। ऐसे मेंं सरकार ने EV में यूज होने वाली बैटरी, बैटरी मैनेजमेंट और सेल के जांच की प्रक्रिया में बदलाव करने का फैसला किया है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (Electric Two-Wheelers) के लिए इन दिनों कुछ भी सही नहीं चल रहा है। एक तरफ जहां इनकी बैटरी में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। तो दूसरी तरफ, इन्हें बनाने वाली कंपनी ने कई मॉडल को रिकॉल किया है। इसी बीच सरकार ने EV में इस्तेमाल होने वाली बैटरी, बैटरी मैनेजमेंट और सेल के जांच की प्रक्रिया में बदलाव करने का फैसला किया है। बता दें कि महीनेभर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने के आधा दर्जन मामले समाने आ चुके हैं।
EV कंपनियों के लिए जल्द नए नियम जारी होंगे
इस मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, सरकार इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स बनाने वाली उन सभी कंपनियों से बात कर रही है जिनमें आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। OLA, Okinawa, Jitendra Electric और PureEV जैसी कंपनियों को टू-व्हीलर में लगने वाली आग को रोकने की हिदायत दी है। सरकार जल्द ही EV कंपनियों को नए नियम पालन करने का निर्देश भी जारी कर सकती है। सरकार कंपनियों के स्तर पर क्वालिटी एश्योरेंस और क्वालिटी कंट्रोल के मानकों में भी बदलाव कर रही है।
बैटरी की कुछ कमियां आग लगने की वजह बन रहीं
लाइव हिन्दुस्तान ने ईवी की बैटरी आग लगने वाली घटनाओं को लेकर यूट्यूबर ऑटो एक्सपर्ट अमित खरे (आस्क कारगुरु) से बात की। उन्होंने बताया कि ईवी में इस्तेमाल होने वाली सभी बैटरी प्लास्टिक कैबिनेट के साथ आ रही हैं। ऐसे में जब ये गर्म होती हैं तब प्लास्टिक का पिघला देती हैं। साथ ही इसमें लगे हुए सर्किट भी पिघलने लगते हैं। इससे आग लगने का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। बैटरी भले ही पूरी तरह पैक होती हैं, लेकिन इसके बाद भी इसमें हीट का डिस्चार्ज होती है। जब बैटरी गर्म होती है तब ये हीट का डिस्चार्ज तेजी से बढ़ने लगता है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने के 5 मामले
1. EV में आग लगने का पहला मामला 26 मार्च को सामने आया था। उस वक्त पुणे में सड़क किनारे खड़ी की गई नीले रंग की एक OLA S1 Pro इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी। स्कूटर के बैटरी कपार्टमेंट से आग और धुआं निकलने वाला वीडियो वायरल हुआ था।
2. 26 मार्च को ही तमिलनाडु के वेल्लोर में Okinawa इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई। इस घटना में स्कूटर चलाने वाले दो लोगों की मौत हो गई। ये इसमें एक पिता और दूसरा बेटा था।
3. 28 मार्च को चेन्नई में PureEV के एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना सामने आई। पिछले सात महीने में PureEV स्कूटर में आग लगने का चार मामले सामने आ चुके हैं।
4. 11 अप्रैल को नासिक में Jitendra Electric के कई स्कूटरों में एक साथ आग लग गई। उन्हें ट्रक में एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा था। सरकार ने भी इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
5. 18 अप्रैल को तमिलनाडु में ओकिनावा की एक डीलरशिप एजेंसी जलकर राख हो गई। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पहले आग एक स्कूटर में लगी थी जिसके बाद आग फैल गई। कंपनी ने बीते दिनों 3,215 यूनिट्स को रिकॉल भी किया है।
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आग लगने के हादसे का असर बिक्री पर हो रहा
एक्सपर्ट अमित खरे ने बताया इलेक्ट्रिक व्हीकल में लगातार आग लगने की खबरों से लोगों के मन में इनके प्रति डर बैठ रहा है। इससे इनकी बिक्री पर भी असर हो रहा है। हालांकि, सालभर में लाखों ईवी बिक रहे हैं। जबकि इनमें आग लगने वाले केस 1% से भी बहुत कम हैं। ऐसे में भारतीय इतना रिस्क लेने को तैयार रहते हैं। वैसे भी लोगों के पास इंश्योरेंस का विकल्प हमेशा बना रहता है। ज्यादातर ई-व्हीकल घर के बाहर ही पार्क होते हैं, तो इससे भी बड़े हादसे का खतरा टल जाता है।