चीन ने किया EV बाजार पर कब्जा, 10 मॉडलों में 8 ईवी यहीं बिक रही; जानिए भारत और अमेरिका कितने पीछे?
दुनिया में 10 में से 8 इलेक्ट्रिक वाहन चीन में बिक रहे हैं। साल 2024 में ग्लोबल EV बिक्री का 80% हिस्सा चीन से आया है। आइए भारत और अन्य देशों की स्थिति पर एक नजर डालते हैं।

चीन दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है। इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में भी कई सालों से चीन सबसे आगे रहा है। अंतर्राष्ट्रीय एनर्जी एजेंसी (International Energy Agency- IEA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 में ग्लोबल EV बिक्री का 80% हिस्सा चीन से आया है। यह आंकड़ा चीन की इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री में मजबूत पकड़ और भविष्य में इसकी बढ़त को दर्शाता है। आइए इसे जरा विस्तार से समझते हैं।
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चीन का EV बाजार क्यों इतना मजबूत?
एचटी ऑटो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में इलेक्ट्रिक वाहनों की तेज बिक्री के पीछे कई कारण हैं। इसका सबसे बड़ा कारण चीन का ऑटोमोबाइल बाजार है, जो दुनिया में सबसे बड़ा है। इसके अलावा सरकारी समर्थन भी है। जी हां, क्योंकि चीनी सरकार की EV अनुकूल नीतियां, जैसे सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट्स भी EVs खरीद को बढ़ावा देती हैं।
लोकल और ग्लोबल प्लेयर: टेस्ला ने 2019 में चीन में अपनी पहली विदेशी फैक्ट्री खोली थी। लेकिन, यहां चीन की लोकल कंपनी BYD, टेस्ला जैसी ग्लोबल कंपनियों को चुनौती दे रही है।
टेक्नोलॉजी में आगे: चीन ने EV मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नोलॉजी और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग में बड़ी प्रगति की है।
यही कारण है कि 2024 की पहली छमाही में चीन में 40 लाख EV बेचे गए, जो 2023 की पहली छमाही से 10 लाख अधिक हैं।
बाकी दुनिया की स्थिति कैसी है?
IEA (International Energy Agency) रिपोर्ट के अनुसार, अन्य प्रमुख बाजारों में EV बिक्री में वृद्धि हुई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी में बिक्री थोड़ी घटी, लेकिन पूरे यूरोप में EV बिक्री में 3% की वृद्धि हुई। वहीं, यूके में EV बिक्री में 15% की वृद्धि हुई। अमेरिका में EV की बिक्री में 10% का इजाफा हुआ। वहीं, भारत में 2024 की पहली 7 महीनों में EV बिक्री 2023 की तुलना में 28% बढ़ी है।
PHEV की बढ़ती लोकप्रियता
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (PHEV) इलेक्ट्रिक वाहनों (BEV) की तुलना में अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। 2024 की पहली छमाही में EV बिक्री में PHEVs का हिस्सा 35% था।
क्या EVs का क्रेज जारी रहेगा?
2024 की शुरुआत में अनुमान लगाया गया था कि EV बिक्री की स्पीड धीमी हो सकती है, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। टेस्ला और BYD जैसी कंपनियां इस कैलेंडर इयर को रिकॉर्ड डिलीवरी के साथ समाप्त करने की योजना बना रही हैं।
भारत की EV यात्रा
भारत में EV बिक्री तेजी से बढ़ रही है, लेकिन अभी यह चीन की तुलना में काफी पीछे है। सरकार की FAME-II स्कीम और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग में निवेश से उम्मीद है कि भारत आने वाले सालों में EV बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएगा।
चीन की EV सफलता, सरकारी नीतियों, टेक्नोलॉजी प्रॉसेस और बड़े बाजार का नतीजा है। वहीं, भारत और अन्य देश भी इस दौड़ में शामिल हो रहे हैं। आने वाले समय में EVs का प्रभुत्व और बढ़ेगा, जिससे पर्यावरण को फायदा होगा और नई तकनीकें उभरेंगी।
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