
कन्नौज से आने के बाद डॉ. शाहीन मार्च 2010 से 2013 तक कानपुर में रही। फिर एक दिन अचानक बगैर कोई जानकारी दिए गायब हो गई। कॉलेज प्रबंधन ने उसका पता लगाने के लिए बहुत प्रयास किया। उसके लखनऊ के पते पर कई पत्र भी भेजे गए। लेकिन एक बार भी किसी पत्र का कोई जवाब नहीं आया।

बिना 29 और 30 नंबर फार्म पर ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी किए वाहन सौंपना कानूनी जोखिम है। कई लोग 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर बिक्री का अनुबंध कर वाहन दे देते हैं लेकिन यह दस्तावेज कानूनी रूप से पर्याप्त नहीं होता। यदि उस वाहन से कोई हादसा या अपराध हो जाए तो जिम्मेदारी पुराने वाहन मालिक की बन जाती है।

देवरिया के बनकटा थाना क्षेत्र के दास नरहिया के पास यह मुठभेड़ हुई। पुलिस कस्टडी से भाग रहे पशु तस्कर ने दारोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पशु तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। पैर में गोली लगने के बाद पशु तस्कर को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।

छापे के दौरान जैसे ही पता चला कि वह फरीदाबाद में आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के शक में पकड़ी गई डॉ. शाहीन अंसारी का सगा छोटा भाई है, उस पर एटीएस का शक और बढ़ गया। छह नवम्बर को उसने अचानक इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से इस्तीफा दे दिया था। इसकी वजह कोई नहीं जान सका था।

निर्यातकों को बंदरगाहों तक माल पहुंचाने के लिए 20 से 40 हजार रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा। 20 फुट के कंटेनर से माल भेजने पर 20 हजार रुपये, 40 फुट के कंटेनर से माल भेजने पर 40 हजार रुपये या कुल माल भाडे़ का अधिकतम 30 प्रतिशत राशि का भुगतान निर्यातकों को दिया जाएगा।

गिरफ्तार किए डॉ. अदील और डॉ. मुजाहिल से पूछताछ में यह साफ हो गया है कि इन लोगों ने अपने पेशे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया। डॉक्टर लिखी कार से ही विस्फोटक जुटाया। सभी डॉक्टर आपस में संपर्क में थे। एनसीआर में कई बार मिले भी थे।

खुफिया एजेन्सियों के मुताबिक सुहेल ने पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां दी है। उसके सम्पर्क में रहने वाले कई लोगों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। पता किया जा रहा है कि यूपी के लखनऊ के अलावा और कौन से जिले निशाने पर थे। साथ ही यह भी पता किया जा रहा है कि किस आतंकी संगठन के लिए ये लोग काम रहे थे।

बीएचयू के सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से अगले साल का अवकाश कैलेंडर जारी कर दिया गया है। अवकाश सूची में कोई फेरबदल नहीं है। हालांकि 2026 में तीन अवकाश रविवार को पड़ रहे हैं। BHU की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि रविवार को पड़ने वाले अवकाश की जगह कोई अतिरिक्त छुट्टी देय नहीं होगी।

पत्नी की योजना के मुताबिक रात 11 बजे जब पति सो गए तो उसने अपनी छोटी को वहीं पर छोड़ दिया। बेटे पप्पू को साथ लेकर मायके जाने को निकल पड़ी। कानपुर सेंट्रल पर शनिवार की रात 2.15 बजे पहुंची। प्लेटफार्म नंबर नौ से कल्पना ने 112 पर फोन करके बच्ची के अपहरण किए जाने की सूचना दे दी।

सीएम योगी ने कहा कि हमें वंदे मातरम् का विरोध करने वालों की मंशा को समझना होगा। ये बाध्यकारी नहीं है। जो लोग वंदे मातरम् का विरोध कर रहे हैं, वे भारत माता का विरोध कर रहे हैं। ये राष्ट्रीय गीत किसी व्यक्ति, किसी जाति, किसी क्षेत्र, किसी एक ईश्वर या किसी एक उपासना के प्रति आग्रही नहीं बनाता है।

आतंकी संगठन लखनऊ को अपना केंद्र बनाने की कोशिश कर रहे थे। पिछले कुछ समय से आतंकी संगठन यूपी के युवाओं को बरगलाकर अपने साथ जोड़ रहे हैं। पढ़े-लिखे युवाओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा है। पिछले कुछ समय से पाकिस्तान, बांग्लादेश के रास्ते आ रहे घुसपैठियों के रूप में कई संदिग्ध भी देश में आ चुके हैं।

मरने वालों में अमरोहा के अशोक-लोकेश के अलावा शामली के नौमान और मेरठ के मोहसिन शामिल हैं। अमरोहा के अशोक दिल्ली की डीटीसी बस में संविदा कंडक्टर थे, लोकेश खाद कारोबारी, नौमान कॉस्मेटिक दुकान संचालक तो मोहसिन करीब दो साल से परिवार के साथ दिल्ली में रहकर ही ई-रिक्शा चला रहा था।

जबकि लोकेश अमरोहा के हसनपुर के रहने वाले थे। लोकेश के परिवारीजनों का कहना है कि अपनी बीमार समधन को देखने सोमवार की सुबह ही दिल्ली गए थे। माना जा रहा है कि लोकेश ने ही अशोक को मिलने के लिए लाल किले के नजदीक बुलाया था। इसी बीच कार में ब्लास्ट होने से दोनों की मौत हो गई।

राहुल गांधी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए लखनऊ लौटते समय रामचेत के यहां रुके थे। उन्होंने रामचेत से उनकी जीविका और परिवार के बारे में बात की थी। उन्होंने खुद एक चप्पल-जूते की सिलाई भी कराई थी। इस मुलाकात के कुछ दिनों बाद राहुल गांधी की ओर से उनके प्रतिनिधियों ने रामचेत को सिलाई मशीन उपलब्ध कराई थी।

अमरोहा के अशोक अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दिल्ली में ही रह रहे थे। उनकी मौत की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। वहीं धमाके में घायल शिवा यूपी के देवरिया का रहने वाला है। वह रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाता है और दुकान के लिए खरीदारी करने के लिए दिल्ली गया था।

आजम खान पर आरोप है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव आयोग पर तल्ख टिप्पणी की थी और मतदाताओं को उकसाया था। पुलिस ने आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था जिसका ट्रायल एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट में चला। दोनों पक्षों की बहस पहले ही पूरी हो चुकी है। कोर्ट ने फैसले के लिए आज की तारीख तय की है।

दिल्ली में लाल किले के पास धमाके के बाद पूरे यूपी में हाई अलर्ट कर दिया गया है। उधर, यूपी के मुरादाबाद में सोमवार की रात एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने दो इनामी बदमाशों को मार गिराया है। सीएम योगी आदित्यनाथ आज बाराबंकी दौरे पर रहेंगे। आजम खान के खिलाफ भड़काऊ भाषण केस में आज अदालत अपना फैसला सुना सकती है।

अफसोस की बात है कि सोमवार सुबह भाई मौत से हार गया। जिस बहन ने अपना अंग दान किया उसकी 27 नवंबर को शादी होनी है। भाई की हालत बिगड़ने पर उसने अपनी शादी की तारीख भी आगे बढ़ा दी थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। भाई की मौत से घर में कोहराम मच गया। बेटे की मौत से परिजनों कोहराम मचा है।

अभी तक नियम यह है कि किसी भी लेआउट प्लान में 15 प्रतिशत ग्रीन एरिया देना अनिवार्य था। अगर बिल्डर या डेवलपर 3000 वर्ग मीटर तक के क्षेत्रफल में प्लॉटिंग करते हैं और उसका लेआउट प्लान तैयार करते हैं तो उन्हें ग्रीन एरिया छोड़ने की जरूरत नहीं है। 3000 से अधिक पर ही 15 प्रतिशत का ग्रीन एरिया लागू होगा।

कानपुर के दो हमशक्ल जुड़वां भइयों के बायोमीट्रिक विज्ञान को चुनौती दे रहे हैं। उनके रेटिना और फिंगरप्रिंट भी हमशक्ल हैं। एक के आधार में बायोमीट्रिक अपडेट कराने पर दूसरे का आधार निरस्त हो जाता है। दोनों के बायोमीट्रिक तीन-तीन बार निरस्त हो चुके हैं। यह दुनिया का दुर्लभतम मामला है।