इस सप्ताह षटतिला एकादशी, तिल द्वादशी और मास शिवरात्रि व्रत, पढ़ें 21 जनवरी से 27 जनवरी 2025 तक पंचांग
माघ मास में षटतिला एकादशी, तिल द्वादशी और मासिक शिवरात्रि हैं। माघ मास में गंगा स्नान और तिल के दान का बहुत अधिक महत्व कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में तिल दान करना चाहिए।
माघ मास में षटतिला एकादशी, तिल द्वादशी और मासिक शिवरात्रि हैं। माघ मास में गंगा स्नान और तिल के दान का बहुत अधिक महत्व कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में, गाय, तिल, गुड़ और कंबल का दान दान करना चाहिए। माघ मास में व्रत और पूजा का भी विशेष महत्व है। इस दौरान भगवान विष्णु और शिव की आराधना की जाती है।इस वीक 25 जनवरी को षटतिला एकादशी व्रत है। षटतिला एकादशी माघ मास की सबसे खास एकादशी मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा में तिल का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद द्वादशी भी बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे तिल द्वादशी कहते हैं, इस दिन एकादशी व्रत का पारण किया जाता है। इसके बाद मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत हैं। इस वीक गंडमूल नक्षत्र भी हैं। इस मास में विशेष पुण्य फल देता है।
21 जनवरी (मंगलवार) माघ कृष्ण सप्तमी तिथि दोपहर 12.40 मिनट तक। श्री रामानंदाचार्य जयंती। राष्ट्रीय माघ मासारंभ। श्री स्वामी विवेकानंद जयंती।
22 जनवरी (बुधवार) माघ कृष्ण अष्टमी तिथि अपराह्न 03.18 मिनट तक। अष्टका श्राद्ध। श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठा दिवस (अयोध्या)।
23 जनवरी (गुरुवार) माघ कृष्ण नवमी तिथि सायं 05.38 मिनट तक। नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयंती।
24 जनवरी (शुक्रवार) माघ कृष्ण दशमी तिथि सायं 07.25 मिनट तक। गंडमूल रात्रि 07.07 मिनट (सूर्योदय पूर्व) से।
25 जनवरी (शनिवार) माघ कृष्ण एकादशी तिथि रात्रि 08.32 मिनट तक। षट्तिला एकादशी व्रत सबका।
26 जनवरी (रविवार) माघ कृष्ण द्वादशी तिथि रात्रि 08.55 मिनट तक। तिल द्वादशी। गणतंत्र दिवस।
27 जनवरी (सोमवार) माघ कृष्ण त्रयोदशी तिथि रात्रि 08.35 मिनट तक। मास शिवरात्रि व्रत। आदिनाथ निर्वाण दिवस (जैन)। गंडमूल प्रात 09.02 मिनट तक।
पं. ऋभुकांत गोस्वामी
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