
Vastu Tips: बेडरूम में दीपक जलाना शुभ या अशुभ?
संक्षेप: वास्तु और ज्योतिष के मुताबिक दीपक को सही जगह और उचित दिशा में जलाने से ही इसका लाभ मिलता है। ऐसे में ज्यादातर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या बेडरूम में दीपक जलाना सही होता है या नहीं?
हिंदू धर्म में घर के मंदिर में रोज सुबह-शाम दीपक जलाने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। इससे न सिर्फ वास्तु दोष दूर होता है, बल्कि घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय रहती है। घर के मंदिर के अलावा लोग रोज मुख्य द्वार पर भी दीपक जलाते हैं। वास्तु और ज्योतिष के मुताबिक दीपक को सही जगह और उचित दिशा में जलाने से ही इसका लाभ मिलता है। ऐसे में ज्यादातर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या बेडरूम में दीपक जलाना सही होता है या नहीं? मान्यतानुसार दीपक को रोशनी का जरिया नहीं बल्कि शुद्धता, शांति और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।

बेडरूम में दीपक जलाएं या नहीं?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक बेडरूम का अलग महत्व होता है। यह आराम करने और निजी समय का स्थान होता है। यह जगह शांत और सुकून देने वाली होनी चाहिए। लेकिन अगर बात यहां दीपक जलाने की आती है, तो आपको कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना पड़ेगा, वरना इसका उल्टा असर भी हो सकता है। वैसे धार्मिक मान्यता के मुताबिक दीपक को पूजा स्थल, रसोई या तुलसी के पास जलाना शुभ माना जाता है क्योंकि ये स्थान पवित्र और ऊर्जावान होते हैं। लेकिन बेडरूम में दीपक जलाना कई बार अनुचित माना जाता है, खासकर रात के समय। क्योंकि बेडरूम में नींद और आराम की ऊर्जा हावी होती है। यहां जलाया गया दीया उस ऊर्जा का संतुलन बिगाड़ सकता है।
वास्तु के मुताबिक अगर आप दीया या मोमबत्ती जलाते हैं, तो उसे ज्यादा देर तक न छोड़ें और सोते समय कभी जलता हुआ दीपक न रखें। ऐसा करना न केवल खतरे की वजह बन सकता है बल्कि यह मानसिक अशांति भी बढ़ा सकता है।
जलाने के नियम
इसके अलावा बेडरूम में पति-पत्नी का निवास होता है। यहां दीया जलाने से अग्नि तत्व की अधिकता रिश्तों में गर्माहट या विवाद भी बढ़ा सकती है। इसलिए दीपक को हमेशा घर के पूजाघर या आंगन में जलाना अधिक शुभ माना जाता है। अगर आप बेडरूम में दीपक जलाना चाहते हैं, तो सुबह के समय एक छोटी अवधि के लिए जलाएं। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है और दिन की शुरुआत शुभ मानी जाती है।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)





