
Solar Eclipse: 21 सितंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, पढ़ें ग्रहण से जुड़े 7 जरूरी सवालों के जवाब
संक्षेप: Solar Eclipse 21 September 2025: साल का आखिरी व दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ घटना माना गया है। जानें साल के आखिरी ग्रहण से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब।
Surya grahan in September 2025: सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो हर साल होती है। साल का दूसरा व आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर, रविवार को लगने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन सर्वपितृ अमावस्या है। इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण से हुई थी और समापन सूर्य ग्रहण से हो रहा है। पितृ पक्ष की अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लगने के कारण लोगों के मन में कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। जानें ग्रहण से जुड़े जरूरी सवालों के सवाल।

1. 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण कब प्रारंभ होगा: 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण की शुरुआत भारतीय समयानुसार रात 11 बजे से होगी और इसका समापन देर रात 03 बजकर 23 मिनट पर होगा। ग्रहण की अवधि 4 घंटे 24 मिनट की है।
2. किस राशि व नक्षत्र में लगेगा सूर्य ग्रहण: यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि व उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लग रहा है।
3. क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण: 21 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखने के कारण इसका सूतक काल भी देश में मान्य नहीं होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले से लग जाता है।
4. क्या ग्रहण के कारण नवरात्रि व श्राद्ध कार्य होंगे बाधित: यह सूर्य ग्रहण भारत के किसी भी हिस्से में नजर नहीं आएगा, जिसके कारण देश में धार्मिक नियम मान्य नहीं होंगे। इसलिए नवरात्रि व श्राद्ध कार्य बिना किसी बाधा के किए जा सकेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जहां पर सूर्य ग्रहण दिखाई पड़ता है, वहीं पर सूतक व धर्म से जुड़ी मान्यताएं लागू होती हैं।
5. सूर्य ग्रहण कहां-कहां आएगा नजर: यह सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड व पश्चिमी अंटाकर्टिका के आसपास के क्षेत्रों में नजर आएगा। यह ग्रहण क्राइस्टचर्च, ऑस्ट्रेलिया में सिडनी और होबार्ट, न्यूजीलैंड में ऑकलैण्ड, वेलिंग्टन और नॉरफॉक द्वीप में किंग्स्टन जैसे कुछ लोकप्रिय शहरों में दिखेगा।
6. किन देशों में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा: यह ग्रहण नेपाल, भारत, यूएई, श्रीलंका, अफगानिस्तान और अन्य एशियाई देशों में नजर नहीं आएगा। इसके अलावा उत्तर अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों में यह ग्रहण नहीं दिखेगा।
7. सूर्य ग्रहण कब लगता है: सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन ही लगता है। जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब सूर्य ग्रहण लगता है। इस दौरान चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है, जिससे आंशिक या पूर्ण रूप से सूर्य का प्रकाश कुछ समय के लिए ढक जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।





