कब मनाई जाएगी मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की 7 दिसंबर, बुधवार को अगहन मास की पूर्णिमा तिथि मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।

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हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष माह का विशेष महत्व है। इस मास को भगवान श्री कृष्ण को समर्पित माना गया है। इस मास में पड़ने वाली अमावस्या और पूर्णिमा तिथियों का अपना एक खास महत्व है। मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। जिससे व्यक्ति के सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं और मनुष्य जीवन- मरण के समस्त बंधनों से मुक्त हो जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की 7 दिसंबर, बुधवार को अगहन मास की पूर्णिमा तिथि मनाई जाएगी। पूर्णिमा के दिन नदी में स्नान, शाम को चंद्रमा की पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन दान करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण होती है और सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसे मोक्षदायिनी पूर्णिमा भी कहते हैं।
- इस दिन चंद्रमा को दूध व जल का अर्घ्य चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सुख - समृद्धि आती है और सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
- इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से धन लाभ की प्राप्ति होती है।
- मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा 07 दिसंबर सुबह 08:01 मिनट से प्रारंभ होकर 08 दिसंबर सुबह 09:37 मिनट पर समाप्त होगी।
