ये संकेत बताते हैं कि कुंडली में है कालसर्प दोष, जानिए क्या है इसका उपाय
हिंदू ज्योतिषी कुल नौ ग्रह के आधार पर कार्य करती है। जो कि कुंडली के 12 भावों में अपनी स्थितियों के अनुसार अलग-अलग फल देते हैं। इन ग्रहों की स्थितियों के अनुसार ही कुंडली में योग व दोष की दशा बनती...
हिंदू ज्योतिषी कुल नौ ग्रह के आधार पर कार्य करती है। जो कि कुंडली के 12 भावों में अपनी स्थितियों के अनुसार अलग-अलग फल देते हैं। इन ग्रहों की स्थितियों के अनुसार ही कुंडली में योग व दोष की दशा बनती है, जिसके अनुसार व्यक्ति को फल मिलता है। इसी आधार पर कई लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष बन जाता है, जो कि व्यक्ति को सफलता और सुख-शांति से दूर कर देता है। यह दोष कुंडली में 9 में से 7 ग्रह के राहु-केतु के बीच में आने से बनता है। जिसके बाद व्यक्ति को विभिन्न तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है।
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कालसर्प दोष के संकेत
- जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उसके बुरे सपने आने लगते हैं।
- ऐसे व्यक्ति को अकारण मन में डर बना रहता है।
- कालसर्प दोष से प्रभावित व्यक्ति को सपने में सांप दिखाई देते हैं।
- अपने पास किसी के खड़े होने का एहसास होता है।
- काम बनते-बनते रह जाता है, कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती।
- घर-परिवार और कार्य स्थल पर अनचाहे वाद-विवाद होते रहते हैं।
- गंभीर बीमारी लग जाती है और इलाज के बाद भी राहत नहीं मिलती।
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उपायः
- कालसर्प दोष से प्रभावित व्यक्ति को भगवान शिव की पूजा नियमित करनी चाहिए।
- हर शनिवार पीपल के पेड़ को जल चढ़ाकर सात परिक्रमा करें।
- गरीबों को काले कंबल का दान करें।
- किसी पवित्र नदी में चांदी या तांबे से बना नाग-नागिन का जोड़ा प्रवाहित करें।
ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है