Vastu Tips For Home: जानें वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए नए घर का नक्शा? भूलकर भी ना करें ये काम
घर अगर वास्तु के हिसाब से बनाया या खरीदा जाय तो हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। वहीं अगर घर बनाते समय वास्तु का ख्याल नहीं रखा जाए तो हमेशा अशांति और कलह बना रहता है।

Vastu Tips For Home: हमारे देश में वास्तु के अनुसार घर बनवाना बहुत शुभ माना जाता है। घर अगर वास्तु के हिसाब से बनाया या खरीदा जाय तो हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। वहीं अगर घर बनाते समय वास्तु का ख्याल नहीं रखा जाए तो हमेशा अशांति और कलह बना रहता है। इसके अलावा, ऐसा करने से हमें वास्तु दोष का सामना भी नहीं करना पड़ता है। अगर आप नया घर लेने की या खरीदने की सोच रहे हैं तो वास्तु शास्त्र में इससे जुड़े कुछ खास नियम बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि नया घर लेते या बनवाते समय वास्तु की किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए…..
1.नया घर खरीदते या बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि घर का मुख्य प्रवेश द्वार उत्तर दिशा में होना चाहिए। अगर प्रवेश द्वार उत्तर दिशा में रखना संभव नहीं है तो इसे पूर्व और उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
2. घर की नींव खुदाई के समय रखें इस बात का ध्यान रखें कि उत्तर और पूर्व की दिशा में सबसे पहले खुदाई करवाएं। जबकि पश्चिम की दिशा को सबसे अंत में खोदना चाहिए। दूसरी ओर सबसे पहले दक्षिण की दीवार और उसके बाद पश्चिम की दिशा की दीवार बनवानी चाहिए। सबसे अंत में उत्तर व पूर्व दिशा में दीवार बनवाएं।
3. मकान बनवाते समय खिड़कियों पर भी पूरा ध्यान रखें। घर में खिड़कियों की जगह हमेशा उत्तर व पूर्व में होनी चाहिए। घर में बड़ी से बड़ी खिड़की बनाने का प्रयास करें।
4. घर बनवाते समय पानी के नल की दिशा का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। पानी के नल के लिए उत्तर या पूर्व की दिशा सबसे अच्छी मानी गई है। इसे भूलकर भी दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए।
5. नया घर बनवाते समय हर चीज को उसके सही स्थान या दिशा के अनुसार ही डिजाइन करवाएं। किचन के लिए दक्षिण पूर्व की दिशा सबसे शुभ मानी जाती है जबकि पूजा घर उत्तर पूर्व या ईशान कोण में होना चाहिए।
6. दूसरी ओर नए घर में बच्चों का स्टडी रूम उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए जबकि शौचालय का निर्माण पश्चिम दिशा के मध्य में करवाना उचित माना जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
