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प्रेम के प्रतीक इस उत्सव से जुड़ी है एक संत की कहानी 

वेलेंटाइन डे, रोम के संत वेलेंटाइन की याद में मनाया जाता है। इस दिन को निस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाने के लिए मनाया जाता है। इस खास दिन को लेकर कहानी रोम से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि तीसरी सदी में...

प्रेम के प्रतीक इस उत्सव से जुड़ी है एक संत की कहानी 
लाइव हिन्दुस्तान टीम ,meerutSun, 14 Feb 2021 02:25 AM
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वेलेंटाइन डे, रोम के संत वेलेंटाइन की याद में मनाया जाता है। इस दिन को निस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाने के लिए मनाया जाता है। इस खास दिन को लेकर कहानी रोम से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि तीसरी सदी में रोम साम्राज्य में क्‍लॉडियस नामक राजा का शासन था। उसका मानना था कि शादी पुरुषों की बुद्धि और शक्ति को खत्म कर देती है, उसने अपने सैनिकों के शादी करने पर रोक लगा दी।

संत वेलेंटाइन इस आदेश से खिलाफ थे और उन्होंने युवा सैनिकों की मदद कर उनकी शादी कराई। राजा को जब इसका पता लगा तो उसने संत वेलेंटाइन को जेल में डाल दिया। जेल में रहते समय जेलर की बेटी से वेलेंटाइन को प्रेम हो गया। 14 फरवरी के दिन फांसी दिए जाने से पहले संत वेलेंटाइन ने जेलर की बेटी को ख़त लिखा, जिसके अंत में उन्होंने लिखा आपका वेलेंटाइन। इस खत के कारण ही वेलेंटाइन डे के दिन ग्रीटिंग कार्ड्स और खतों के आदान-प्रदान की परंपरा शुरू हुई। फिनलैंड के लोग वेलेंटाइन डे को मित्र दिवस के रूप में मनाते हैं। वहीं, जापान में सिर्फ पुरुष ही वेलेंटाइन डे मनाते हैं। वेलेंटाइन डे पहली बार 1936 में जापान के साथ पेश किया गया और यह व्यापक रूप से लोकप्रिय हो गया। 19वीं सदी के अंत में रिचर्ड कैडबरी ने वेलेंटाइन डे कैंडी बॉक्स का आविष्कार किया। लोग इस दिन को प्यार का दिन कहते हैं। फरवरी माह में वेलेंटाइन डे का उत्सव एक सप्ताह पहले से शुरू हो जाता है। इस त्योहार में लाल गुलाब को खास माना जाता है, इसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है। 
 

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