Aaj Ka Panchang: तृतीया श्राद्ध आज, नोट कर लें शुभ- अशुभ मुहूर्त
Today Panchang 1 October: सुबह 9 बजकर 42 मिनट तक द्वितीया तिथि तत्पश्चात तृतीया तिथि। आज तृतीया तिथि के श्राद्ध होंगे। अश्विनी नक्षत्र सायं 07.28 मिनट तक। जानिए तृतीया श्राद्ध के शुभ-अशुभ मुहूर्त-

01 अक्तूबर, रविवार, 09, आश्विन (सौर) शक संवत् 1945, 15, आश्विन मास प्रविष्टे (पंजाब पंचांग) 2080,15, रबिउल्लावल सन् 1445, आश्विन कृष्ण द्वितीया प्रात 09.42 मिनट तक पश्चात तृतीया, अश्विनी नक्षत्र सायं 07.28 मिनट तक तदनंतर भरणी नक्षत्र, व्याघात योग दोपहर 01.13 मिनट तक पश्चात हर्ष योग, गर करण, चंद्रमा मेष राशि में (दिन-रात)।
सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण गोल। शरद् ऋतु। सायं 04.30 मिनट से सायं 06 बजे तक राहुकालम्। भद्रा 08.40 मिनट से। तृतीया का श्राद्ध।
श्री शुभ विक्रम संवत 2080 , शक सम्वत 1945,
आश्विन कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि दिन में 12 :09 तक। तत्पश्चात तृतीया तिथि।
1 अक्टूबर 2023 दिन रविवार।
सूर्योदय :- प्रातः 06:05 बजे
सूर्यास्त :- सायं 05:55 बजे
चंद्रोदय :- रात में 7:07 बजे
अश्विनी नक्षत्र रात में 11:03 बजे तक ।
अश्विनी नक्षत्र होने से सूर्योदय से रात में 11:03 बजे तक जन्म लेने वाला बालक मूल नक्षत्र योग में होगा।
व्याघात योग सायं में 5:25 तक।
गर करण
औदायिक योगा - आनन्द ।
सूर्य :- कन्या राशि में
चन्द्र :- मेष राशि मे
मंगल :- कन्या राशि मे
बुध :- सिंह में दिन में 2 बजकर 40 मिनट तक। उसके बाद कन्या राशि मे प्रवेश होने के बाद बुधादित्य योग का निर्माण होगा।
बृहस्पति :- मेष राशि मे वक्री
शुक्र :- कर्क राशि में
शनि :- कुम्भ राशि में
राहु :- मेष राशि में
केतु :- तुला राशि में
राहु काल :- सायं 4:30 से 6 बजे तक।
यम दण्ड काल :- दोपहर 12 से 1:30 बजे तक।
राहु काल एवं यमदण्ड काल मे किसी भी शुभ तथा नए कार्य का आरंभ न करें।
अभिजीत मुहूर्त्त :- दोपहर 11:37 से 12:23 बजे तक ।
गुलिक काल मुहूर्त्त :- दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक।
अभिजित मुहूर्त्त एवं गुलिक काल मे किसी भी शुभ कार्य एवं नए कार्य का आरंभ शुभ फल प्रदायक होता है।
चंद्रमा मेष राशि में पूरा दिन।
पंचक व्याप्त नही रहेगा ।
स्वर्ग लोक की भद्रा रात में 11:25 बजे के बाद से आरम्भ होगी।
दिशा शूल :- पश्चिम दिशा की। पूर्व एवं उत्तर दिशा की यात्रा शुभ फल प्रदायक होगी।
मुहूर्त्त :- पितृ पक्ष में द्वितीया का श्राद्ध कर्म मध्यान्ह में किया जायेगा। जिन लोगो के पूर्वज या पिता का देहांत द्वितीया तिथि को हुआ हो वे लोग आज के ही दिन श्राद्ध कर्म करेंगे।
*कृष्ण पक्ष द्वितीया एवं तृतीया होने के कारण रुद्राभिषेक हेतु शुभ मुहूर्त्त का अभाव।
*सर्वार्थ सिद्धि योग रात में 11:03 बजे तक।
*रात में 11:03 बजे के बाद ज़यद योग।
*प्रसूति स्न्नान के लिए । शस्त्र धारण के लिए। आवेदन पत्र लिखने का समय। शल्य कर्म कराने एवं वाहन खरीदने का शुभ समय।
●दिशा शूल के अतिरिक्त सभी दिशा में यात्रा अति उत्तम।
●विशेष :- आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से यश कीर्ति, तेज पराक्रम में वृद्धि होगा। पिता का आशीर्वाद लेकर कोई कार्य आरंभ करें।
