Hindi Newsधर्म न्यूज़This Vastu defect eliminates turmeric mint plant

हल्‍दी, पुदीना का पौधा खत्‍म करता है यह वास्‍तुदोष

वास्‍तु दोष में आग्नेय दिशा का विशेष दोष माना जाता है। आग्‍नेय दिशा में दोष होने पर व्‍यक्‍ति घर में कई तरह की दिक्‍कतों का सामना करता है। वास्‍तु विशेषज्ञ सुखविंदर सिंह के...

Praveen हिन्‍दुस्‍तान टीम, मेरठFri, 6 March 2020 12:21 PM
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वास्‍तु दोष में आग्नेय दिशा का विशेष दोष माना जाता है। आग्‍नेय दिशा में दोष होने पर व्‍यक्‍ति घर में कई तरह की दिक्‍कतों का सामना करता है। वास्‍तु विशेषज्ञ सुखविंदर सिंह के मुताबिक आग्‍नेय कोण का दोष खत्‍म करने के लिए इस दिशा में लाल रंग का एक बल्ब या एक दीपक इस प्रकार से जलाएं कि वह लगभग एक प्रहर यानी तीन घंटे तक जलता रहे। इसके लिए गणेश जी की मूर्ति स्‍थापित करनी चाहिए। इस दोष निवारण के लिए आग्‍नेय दिशा में मनीप्लांट लगाना भी शुभ माना जाता है। आग्‍नेय दिशा में सूरजमुखी फूल, पालक, तुलसी, गाजर, अदरक, हरी मिर्च, मेथी, हल्दी, पुदीना और करी पत्ता का पौधा भी लगाया जा सकता है।

सुखविंदर सिंह के मुताबिक इस दिशा का दोष करने लिए रेशमी परिधान, वस्त्र, सौंदर्य की वस्तुएं उपहार स्‍वरूप देकर घर की स्त्रियों को देकर हमेशा प्रसन्न रखें। इस दिशा में शुक्र यंत्र लगाना भी अच्‍छा है। इसी तरह दक्षिण दिशा दोष निवारण के लिए घर का भारी से भारी सामान इस दिशा में रखनी चाहिए। साथ में मंगल ग्रह के मंत्रों का दान करना चाहिए। दक्षिण दिशा की दीवार पर लाल रंग का हनुमान जी का चित्र लगाना चाहिए। दक्षिण दिशा की दीवार पर मंगल यंत्र की स्थापना की जानी चाहिए। यदि इस क्षेत्र में खाली जगह हो तो गमले रखने चाहिए। नेत्रत्य दिशा का दोष खत्‍म करने के लिए भारी मूर्तियां भी रखी जा सकती हैं। ऐसे व्‍यक्‍ति को वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। नेत्रत्‍य दिशा में राहु के मंत्रों का जाप करना चाहिए। चांदी, सोने,या तांबे के सिक्के या नाग-नागिन के जोड़े की पूजा करके इन्‍हें नेत्रत्य कोण की दिशा में दबा दें। साथ ही राहु यंत्र की स्थापना इस दिशा में करनी चाहिए।

(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)

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