कमला एकादशी: संतान सुख प्रदान करता है यह व्रत
मलमास के माह को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। यह माह भगवान विष्णु को समर्पित है। इस माह पद्मिनी एकादशी का आना इसे और भी शुभ बना देता है। पद्मिनी एकादशी को कमला एकादशी और पुरुषोत्तम एकादशी नाम से भी...
मलमास के माह को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। यह माह भगवान विष्णु को समर्पित है। इस माह पद्मिनी एकादशी का आना इसे और भी शुभ बना देता है। पद्मिनी एकादशी को कमला एकादशी और पुरुषोत्तम एकादशी नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी के साथ भगवान शिव की पूजा की जाती है।
पद्मिनी एकादशी या कमला एकादशी हर तीन साल में एक बार आती है। इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य को धन और स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। जिनके कोई संतान नहीं है, उन्हें इस व्रत का पालन अवश्य करना चाहिए। इस व्रत के प्रभाव से संतान सुख की प्राप्ति होती है। पद्मिनी एकादशी के महत्व के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था। इस व्रत को धारण करने से मनुष्य कीर्ति प्राप्त करता है और मृत्यु के पश्चात बैकुंठ को प्राप्त होता है। इस दिन जरूरतमंदों को तिल, वस्त्र, धन, फल और मिठाई आदि का दान करना चाहिए।
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।