ऐसे योग होने पर नहीं टिकती शादी
शादी के बाद पति-पत्नी जीवन को लेकर तमाम सपने देखते हैं। सात जन्मों तक साथ रहने का वादा करते हैं, लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता। कई बार शादी कुछ सालों तक भी नहीं टिकती। मनमुटाव इतना होता है...
शादी के बाद पति-पत्नी जीवन को लेकर तमाम सपने देखते हैं। सात जन्मों तक साथ रहने का वादा करते हैं, लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता। कई बार शादी कुछ सालों तक भी नहीं टिकती। मनमुटाव इतना होता है कि दोनों अलग हो जाते हैं। कई बार किसी एक की मृत्यु तक हो जाती है। लाल किताब के अनुसार कुंडली में कई ऐसे योग हैं जिससे पता लगाया जा सकता है कि पति-पत्नी में कहां तक का साथ रहेगा।
1. लग्न कुंडली में शुक्र एवं बुध यदि दोनों एक-दूसरे को देखते हों एवं उन्हें सभी मित्र ग्रह का सहयोग भी प्राप्त हो तो दोनों की आयु सामान होगी।
2. लग्न कुंडली में शुक्र पर शनि की दृष्टि पड़ रही हो एवं उसके अगले भाव में शत्रु ग्रह चन्द्रमा स्थित हो तो ऐसी स्थिति में वधु की मृत्यु वर से पहले होती है।
3. लग्न कुंडली में बुध ग्रह पर सूर्य ग्रह अथवा राहु की दृष्टि पड़ रही हो एवं शुक्र ग्रह पर सूर्य ग्रह व चन्द्रमा एवं राहु ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो तो ऐसी स्थिति में वधु की मृत्यु वर से पूर्व होती है अथवा दोनों में तलाक होता है।
4. लग्न कुंडली में शुक्र ग्रह पर उसके शत्रु ग्रह सूर्य ग्रह व चन्द्रमा एवं राहु ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो तो ऐसी स्थिति में वर के अनेक विवाह संपन्न होने की प्रबल सम्भावना होती है। इन योग में वधु की या तो मृत्यु हो जाती है या तलाक।
5. लग्न कुंडली में बुध ग्रह पर उसके शत्रु ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो एवं शुक्र ग्रह पर उसके मित्र ग्रह अथवा ग्रहों की दृष्टि पड़ रही हो तो ऐसी स्थिति में वधु की मृत्यु वर से पूर्व होती है अथवा उसका अलगाव होता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)