अगर गलती से भी अपने बच्चे का नाम इन नामों पर रख दिया तो...
बच्चे के पैदा होने के बाद माता-पिता सबसे पहले उसका नाम रखने के लिए सोचते हैं। इसके लिए वे क
अगर गलती से भी अपने बच्चे का नाम इन नामों पर रख दिया तो...
बच्चे के पैदा होने के बाद माता-पिता सबसे पहले उसका नाम रखने के लिए सोचते हैं। इसके लिए वे कई लोगों की सलाह भी लेते हैं। कई लोग अपने बच्चों के नाम भगवान के नामों पर रखना पसंद करते हैं तो कई ऐसा नाम ढूंढते हैं, जो अन्य नामों से अलग हो। लेकिन कहा जाता है कि कुछ ऐसे नाम हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इन नामों को भूलकर भी नहीं रखना चाहिए, नहीं तो भविष्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जानिए, आखिर कौन से हैं वो नाम:
विभीषण
रामायण में विभीषण को घर के भेदी के रूप में देखा गया। उसने अपने भाई रावण से संबंधित कई गुप्त जानकारियां भगवान राम को दी थीं। भगवान राम की मदद करने के बावजूद मान्यता है कि विभीषण के नाम पर अपने बच्चे का नाम नहीं रखना चाहिए। हालांकि, विभीषण के अर्थ की बात करें तो इसका मतलब होता है जिसे कभी गुस्सा न आता हो। लेकिन इन सबके बावजूद भी लोग विभीषण नाम नहीं रखते हैं।
कैकेयी
कैकेयी के बारे में कहा जाता है कि उसने भी अपने घर में लोगों के बीच भेदभाव किया। ऐसा उसने नौकरानी की सलाह पर किया था। कैकेयी एक राज घराने से ताल्लुक रखती थीं लेकिन इसके बावजूद लोग उनके नाम पर अपनी बच्ची का नाम नहीं रखते हैं।
मन्थरा
माता पिता अपने बच्चे का नाम ऐसा रखते हैं, जिससे भविष्य में उसे कोई परेशानी न हो। ऐसा नाम बिल्कुल भी नहीं रखते जिसका अर्थ अच्छा न हो। इसी तरह मन्थरा नाम भी रखना अच्छा नहीं माना जाता है। मन्थरा के कारण ही भगवान राम और कई लोगों को दुख झेलना पड़ा था। इस वजह से भी मंथरा नाम नहीं रखा जाता है और यदि रखा गया तो भविष्य में अशुभ हो सकता है।
मंदोदरी
मंदोदरी मयदानव की पुत्री थी और उसका विवाह लंकापति रावण के साथ हुआ था। मंदोदरी के बारे में कहा जाता है कि वह अच्छे गुणों वाली स्त्री थी लेकिन इसके बावजूद भी लोग अपनी बच्ची का नाम मंदोदरी नहीं रखते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओंं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)