सोते समय करेंगे ये उपाय तो होगा लाभ
नींद एक ऐसी प्रक्रिया है जो स्वभाविक है और इसमें जातक को नहीं पता रहता के वह कैसे सो रहा है। इसके बावजूद कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखकर हम अपना जीवन सुधार कर सकते हैं। शास्त्र में सोने के...
नींद एक ऐसी प्रक्रिया है जो स्वभाविक है और इसमें जातक को नहीं पता रहता के वह कैसे सो रहा है। इसके बावजूद कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखकर हम अपना जीवन सुधार कर सकते हैं। शास्त्र में सोने के तरीकों के बारे में बहुत कुछ बताया गया है कि कैसे व्यक्ति अपने सोने के तरीके मात्र से जीवन में खुशहाली और शांति प्राप्त कर सकता है।
इसके लिए जरूरी है कुछ अहम नियम जो अपनाने से आप स्वयं अच्छा महसूस करेंगे। सोने के तरीकों को भी पूजा जैसा नियम बना लिया जाए तो गलत नहीं होगा। शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग 3 घंटे) के बाद ही शयन करना चाहिए।
इसमें सोने की मुद्राओं का खास ख्याल रखना चाहिए। कहते हैं उल्टा सोये भोगी, सीधा सोये योगी, दाएं सोये रोगी, बाएं सोये निरोगी।
गायत्री मंत्र का महत्व
'कहते हैं कि सूतां सात, उठता आठ' यानि सोते वक्त भय को दूर करने के लिए सात बार गायत्री का जाप करें और उठते वक्त आठ कर्मों को दूर करने के लिए आठ बार गायत्री का मंत्र का जाप करें।
दिशा ज्ञान
-पूर्व ( E ) दिशा में मस्तक रखकर सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।*
-दक्षिण ( S ) में मस्तक रखकर सोने से धनलाभ व आरोग्य लाभ होता है ।*
-पश्चिम( W ) में मस्तक रखकर सोने से चिंताएं बढ़ जाती हैं और चारों ओर से परेशानियां आदमी को घेर लेती हैं।
-उत्तर ( N ) में मस्तक रखकर सोने से धनहानि तो होता ही है ये मृत्यु कारक भी हो सकती है।
-दक्षिणदिशा (South) में पांव रखकर कभी नहीं सोना चाहिए। इस दिशा में यम और दुष्टदेवों का निवास है। इसे नुकसान, स्मृति- भ्रंश, असंख्य बीमारियां होती है, धन हानि आदि होता है
ये सावधानियां बरतें
-मस्तक और पांव की तरफ दीपक नहीं रखना चाहिए, दीपक बायीं या दायीं और कम से कम 5 हाथ दूर होना चाहिये।
-कुछ भी जाए संध्याकाल में निद्रा नहीं लेनी चाहिए। इससे घर में परेशानियों का दौर शुरू हो जाता है।
-शय्या पर बैठे-बैठे निद्रा लेना बहुत ही अशुभ माना जाता है
-द्वार के उंबरे/ देहरी/थलेटी/चौकट पर मस्तक रखकर नींद न लें।
-पांव की और शय्या ऊंची हो तो अशुभ है, केवल चिकित्स उपचार हेतु छूट हैं ।
-ललाट पर तिलक रखक लगाकर नहीं सोना चाहिए। ये बहुत ही अशुभ फलदायक होता है।