हीरा जितना अधिक भारी होगा, उतना ही लाभकारी होगा, हीरे के ये उपरत्न भी पहुंचाते हैं फायदा
हीरा एक बेहद महंगा रत्न माना जाता है। अगर जातक हीरा न खरीद पाए तो इसके स्थान पर जरकन, फिरोजा, ओपल, सिम्मा, कुरंगी, दतला, कंसला और तंकू हीरा जैसे रत्न भी धारण कर सकता है। यह सभी उपरत्न भी हीरे के समान...
हीरा एक बेहद महंगा रत्न माना जाता है। अगर जातक हीरा न खरीद पाए तो इसके स्थान पर जरकन, फिरोजा, ओपल, सिम्मा, कुरंगी, दतला, कंसला और तंकू हीरा जैसे रत्न भी धारण कर सकता है। यह सभी उपरत्न भी हीरे के समान ही फल देते हैं।
जो व्यक्ति हीरा नहीं खरीद सकते, उन्हें हीरे का उपरत्न पहनना चाहिए। इनकी कीमत हीरे की अपेक्षा कम होती है। इन रत्नों में भी जरकन आसानी से प्राप्त हो जाता है।
वृषभ तथा तुला राशि के जातकों के लिए बेहद फायदा पहुंचाने वाला बेदाग एवं स्वच्छ हीरा शुक्र की पीड़ा को भी शांत करता है। इसी वजह से नकली हीरा एवं जरकन देकर लोगों को ठग लिया जाता है, जिससे संबंधित व्यक्तियों को अपेक्षा अनुरूप लाभ नहीं मिल पाता है। रत्न ज्योतिष के अनुसार, हीरा जितना अधिक भारी होगा, उतना ही वो लाभकारी भी होगा। हीरे को अंगूठी या हार के रूप में पहना जाता है। ज्योतिषीय प्रभाव के लिए हीरा अंगूठी में जड़वाकर शुक्रवार के दिन पहनना चाहिए। इससे जातक को व्यापार, फिल्म उद्योग तथा कला क्षेत्र में अपेक्षित सफलता मिलती है। इसके साथ ही संबंधों में मधुरता आती हैविशेषकर प्रेम संबंधों को हीरा बढ़ाता है। शिक्षा संबंधित परेशानी हो या विवाह में रुकावट आ रही हो तो हीरा धारण करना लाभकारी साबित हो सकता है।
जरकन को अमेरिकन डायमंड भी कहते हैं
आपको शायद यह पता न हो कि जरकन कोई प्राकृतिक रत्न नहीं है। यह तैयार किया जाता है। एक बात और इसी को अमेरिकन डायमंड भी कहा जाता है। ज्योतिष के कुछ जानकार इसे प्रभावों को लेकर एकमत नहीं है।