सुखमय जीवन की कामना का पर्व है तीज
नई उमंग और नई ऊर्जा प्रदान करने वाले माह सावन और हरियाली तीज का अटूट रिश्ता है। हरियाली तीज नया उल्लास लेकर आती है तो सावन ऊर्जा का संचार करता है। हरियाली तीज ऐसा त्योहार है जो रिश्तों में ताजगी भर...
नई उमंग और नई ऊर्जा प्रदान करने वाले माह सावन और हरियाली तीज का अटूट रिश्ता है। हरियाली तीज नया उल्लास लेकर आती है तो सावन ऊर्जा का संचार करता है। हरियाली तीज ऐसा त्योहार है जो रिश्तों में ताजगी भर देता है। इस त्योहार पर महिलाएं भगवान शिव एवं माता पार्वती की आराधना कर मंगलमय दांपत्य जीवन की कामना करती हैं। यह पूरे परिवार के सुखमय जीवन की कामना का भी पर्व है।
देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया। शिव वैरागी थे लेकिन पार्वती ने उन्हें सदा के लिए पा लिया। शिव-पार्वती को आदर्श दांपत्य का प्रतीक माना जाता है। यदि इसी तरह समर्पण और प्रेम को हर दंपति अपने जीवन में आत्मसात करे तो दांपत्य जीवन हमेशा खुशहाल बना रहेगा।
श्रावण मास में शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को आने वाला यह त्योहार श्रावणी तीज या हरितालिका तीज भी कहा जाता है। इस दिन मेहंदी लगाने का विशेष महत्व है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। सोलह श्रृंगार करती हैं। मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा के साथ तीज की कथा सुनी जाती है। महिलाएं मां गौरी से पति की लंबी उम्र और परिवार के लिए सुखमय जीवन की कामना करती हैं।