इस बार सूर्य ग्रहण और सोमवती अमावस्या पर पांच ग्रहों का योग बन रहा है। अगहन मास की अमावस्या तिथि 14 दिसंबर को पूर्ण सूर्य ग्रहण में पांच ग्रह सूर्य, चंद्र, बुध, शुक्र और केतु ग्रह वृश्चिक राशि में रहेंगे। इन पांच ग्रहों के एक साथ आने की स्थिति से कई राशियों पर भी प्रभाव पड़ेगा। आपको बता दें कि पूर्ण सूर्य ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। यही नहीं इस दौरान गुरु और राहु भी एक साथ बैठे हैं, इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान इस बार गुरु चंडाल योग बनेगा। कहा जा रहा है कि सोमवती अमावस्या पर पंचग्रही योग 53 सालों बाद बन रहा है।
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इससे पहले 1963 में यह योग बना था। इसलिए इस दौरान किए गए दान पुण्य का कई गुना फल मिलता है। इस अमावस्या पर पीपल,बरगद, तुलसी आदि के पौधे लगाना भी पुण्य का काम माना जाता है। आज लगने वाला सूर्य ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। अब इसके बाद 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा।
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खंडग्रास सूर्यग्रहण
जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आता है तो इस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं। लेकिन चंद्रमा जब आंशिक रूप से सूर्य को ढके तो इस खंड -ग्रास सूर्य ग्रहण कहते हैं। यानी 14 दिसंबर को होने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक ग्रहण (खंडग्रास सूर्य ग्रहण) होगा।
सूर्य ग्रहण का समय -
14 दिसंबर को शाम 07:03 से ग्रहण शुरू होगा और रात्रि 12:23 बजे समाप्त होगा। यह ग्रहण करीब 5 घंटे से ज्यादा लंबे वक्त तक रहेगा।
यहां दिखेगा ग्रहण -
14 दिसंबर 2020 को पड़ने वाले ग्रहण को दक्षिण अमेरिका, दक्षिण अफ्रीकी देशों व प्रशांत महासागर के कुछ इलाकों में देखा जा सकेगा।
2021 में सूर्य ग्रहण -
साल 2021 में दो सूर्य ग्रहण पडेंगे। पहला 10 जून को होगा तो दूसरा 10 दिसंबर 2021 को।