सक्सेस मंत्र : नए रास्तों पर बढ़ना है तो अपनाएं यह 3 Tips
हम सभी को कभी न कभी निराशा का समाना करना ही पड़ता है। कभी किसी परीक्षा में मन मुताबिक नंबर नहीं आने पर, तो कभी कॅरियर में मनचाही सफलता नहीं पाने पर। कभी रिश्तों में तो कभी किसी और बात पर, खुशी की तरह...
हम सभी को कभी न कभी निराशा का समाना करना ही पड़ता है। कभी किसी परीक्षा में मन मुताबिक नंबर नहीं आने पर, तो कभी कॅरियर में मनचाही सफलता नहीं पाने पर। कभी रिश्तों में तो कभी किसी और बात पर, खुशी की तरह निराशा भी हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। मगर इसमें डूब कर रहने से अच्छा है इन 3 Tips को अपनाकर नकारात्मकता को दूर करें और जीवन में आगे बढ़ें। सफलता एक मोड़ पर ठहरने वालों का साथ नहीं देती है, बल्कि यह उनका साथ देती है जो हर परिस्थिति का डट कर सामना करते हैं और आगे बढ़ते हैं। आप भी जीवन में आगे बढ़ने और हर परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए अपनाएं यह टिप्स :
जीवन में जब दुख आता है, तब निराशा भी साथ आती है। फिर लगने लगता है कि आगे-पीछे केवल दुख ही है। कुछ ठीक होगा ही नहीं। पर क्या जीवन वाकई इतनी आसानी से पकड़ में आ सकता है? कहा जाता है कि जीवन किताब की तरह है। कुछ पन्ने दुख कह रहे होते हैं तो कुछ खुशियां। कुछ रोमांचित कर देते हैं। पर आगे क्या है, यह तभी पता चलता है, जब हम पन्नों को पलटते हैं।
सब आपसे खुश रहें, ऐसा हो ही नहीं सकता। भले ही आपसे कोई मतलब न हो, पर लोग अच्छी-बुरी राय बनाते रहते हैं। ऐसे में लगातार दूसरों की नजर में चढ़ने के बजाए अपनी नजर में उठने की कोशिश करना चाहिए। लेखक एडमंड बायका कहते हैं, ‘कुछ लोगों को खुश करना मुश्किल होता है। ऐसे लोगों पर अपना समय और ऊर्जा खर्च करने से बचें।’
जो हालात बस में नहीं, उस पर क्या कहना या सोचना! कहां जन्म हुआ, क्या मिला, कितने अभावों में जिए, इसकी शिकायत कब तक? बचपन में हमें किस तरह गढ़ा गया, उस पर हमारा जोर नहीं। पर बड़े होने पर क्या किया, यह हमारी जिम्मेदारी है। अमेरिकी महान विचारक बेंजामिन फ्रेंकलिन कहते हैं, ‘जो बहाने बनाने में अच्छा होता है, वह किसी और काम में अच्छा नहीं होता।’