कुछ कहता है होली का हर रंग
उल्लास का पर्व होली बस आने को है। इस त्योहार का रंगों से गहरा संबंध है। वास्तु शास्त्र में बताए गए उपायों से आप अपने व्यक्तित्व, व्यवसाय या अपने कार्य के अनुसार होली खेलने के लिए खास रंग का चयन कर...
उल्लास का पर्व होली बस आने को है। इस त्योहार का रंगों से गहरा संबंध है। वास्तु शास्त्र में बताए गए उपायों से आप अपने व्यक्तित्व, व्यवसाय या अपने कार्य के अनुसार होली खेलने के लिए खास रंग का चयन कर सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
वास्तु के अनुसार लाल रंग से होली खेलने से माना जाता है कि स्वास्थ्य और यश में वृद्धि होती है। भूमि से जुड़े कार्य करने वालों को लाल रंग से होली खेलनी चाहिए। गुलाबी रंग को पसंद करने वाले मन से मजबूत होते हैं। व्यापारी, शिक्षक, वकील, विद्यार्थी, लेखक, पत्रकार को होली खेलने के लिए हरे रंग का उपयोग करना चाहिए। सोना, चांदी का व्यापार करने वालों को पीले रंग से होली खेलना शुभ रहता है।
अभिनेता, लोहा कारोबारी या राजनीति से जुड़े लोगों को नीले रंग से होली खेलनी चाहिए। अगर आप जीवन में परिवर्तन चाहते हैं तो केसरिया रंग से होली खेलें। होली पर अपने घर के मुख्य द्वार को सजाएं। होली के दिन वास्तु यंत्र को पीले रंग के वस्त्र पर स्थापित करें। घर या प्रतिष्ठान में सूर्य के अस्त होने से पहले धूप-दीप अवश्य करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।