Shradh 2019: श्राद्ध में पितरों की तरह पूजे जाते हैं ये 3 वृक्ष और पक्षी, आप भी जान लें
Shradh Paksha 2019: हिंदू धर्म में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए लोग हर साल पंड़ितों को घर बुलाकर श्राद्ध करते हैं। विष्णु पुराण के अनुसार श्रद्धा और भक्ति से किए गए श्राद्ध से...
Shradh Paksha 2019: हिंदू धर्म में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए लोग हर साल पंड़ितों को घर बुलाकर श्राद्ध करते हैं। विष्णु पुराण के अनुसार श्रद्धा और भक्ति से किए गए श्राद्ध से व्यक्ति के पितर तृप्त होकर प्रसन्न होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं हिंदू धर्म में तीन ऐसे वृक्ष और पक्षी हैं जिन्हें पितरों के समान माना जाता है। आइए जानते हैं आखिर कौन से हैं वो ये 3 वृक्ष और पक्षी।
ये हैं वो तीन वृक्ष-
पीपल का वृक्ष- हिंदू धर्म में पीपल के वृक्ष को बेहद पवित्र माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के वृक्ष में विष्णु का निवास होने के साथ उसे पितृदेव के रुप में भी पूजा जाता है। पितृ पक्ष में इस वृक्ष की उपासना करना बेहद शुभ माना जाता है।
बरगद का वृक्ष- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बरगद के वृक्ष में भगवान शिव का वास माना जाता है। यदि आपको कभी यह महसूस हो कि आपके किसी पितर को मुक्ति नहीं मिली है तो बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।
बेल का वृक्ष- पितृ पक्ष के दौरान भगवान शिव को प्रिय बेल के वृक्ष का पत्ता चढ़ाने से अतृप्त आत्मा को शान्ति मिलती है। कहा जाता है कि अमावस्या के दिन शिव जी को बेल पत्र और गंगाजल चढ़ाने से भी पितरों को मुक्ति मिलती है।
तीन पक्षी-
कौआ- श्राद्ध में घर के आसपास कौए का दिखना बेहद शुभ माना जाता है। माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति श्राद्ध के दौरान किसी कौए को खाना खिलाता है तो वह पितरों को भोजन कराने के बराबर माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार कोई भी आत्मा कौए के शरीर में स्थित होकर विचरण कर सकती है।
हंस- पक्षियों में हंस एक ऐसा पक्षी है जिसके बारे में कहा जाता है कि उसके भीतर देव आत्माएं आश्रय लेती हैं। हो सकता है कि आपके पितरों ने भी पुण्य कर्म किए हों।
गरुड़- गरुड़ भगवान विष्णु के वाहन माने गए हैं। गरुड़ पुराण में श्राद्ध कर्म, स्वर्ग नरक, पितृलोक आदि का उल्लेख मिलता है। पक्षियों में गरुढ़ को बहुत ही पवित्र माना गया है।