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Shani Dev and Mahadasha:शनि की महादशा में क्या होता है?

Shanisadesati Mahadasha:शनि की महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैया तीनों ही जातकों के लिए बहुत कठिन होते हैं। अगर आप ऐसा साचते हैं, तो ऐसा नहीं है। शनि की आपकी कुंडली में स्थिति को देखकर यह तय होत

Shani Dev and Mahadasha:शनि की महादशा में क्या होता है?
Anuradha Pandeyलाइव हिंदुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 22 Nov 2023 05:51 AM
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शनि की महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैया तीनों ही जातकों के लिए बहुत कठिन होते हैं। अगर आप ऐसा साचते हैं, तो ऐसा नहीं है। शनि की आपकी कुंडली में स्थिति को देखकर यह तय होता है कि शनि की महादशा आपके ऊपर क्या प्रभाव दिखाएगी। शनि की महादशा की बात करें तो यह 19 साल तक रहती है। यह किसी व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का फल देती है। इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक रहती है। इसमें भी शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। आइए जानते हैं

अगर शनि आपकी कुंडली के पहले भाव में बैठा है तो शनि आपको करियर और रिलेशनशिप को मजूबत करने में मदद करेगा। अगर शनि दूसरे भाव में हैं तो आप अनुशासित रहेंगे, आप में सही फैसले लेने की क्षमता रहेगी। इसके अलावा अगर शनि आपकी कुंडली के तीसरे भाव में बैठें, तो लाइफ में पॉजिटिव बदलाव आएंगे, चौथे भाव में बैठे शनि आपको धन संपत्ति देगा। पांचवे भाव में शनि रिलेशनशिप में चैलेंज से बाहर निकालकर आपके रिलेशनशिप में लाभ दिलाएगा।

शनि की महादशा में शनि के मंत्रों का जाप, शनि स्रोत्र का पाठ, पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए। हनुमान जी और शिव जी की पूजा भी की जाती है। गरीबों, असहायों की मदद करना, अच्छे कार्य ही शनिदेव को खुश करते हैं। शनिवार के दिन लोहा, काले तिल दान किए जाते हैं।अपने परछाई देखकर सरसों का तेल भी दान किया जाता है।हनुमान चालीसा का पाठ भी शनिसाढ़ेसाती और ढैया में विशेषफलदायी होता है। इसके अलावा काल भैरव की पूजा भी इस काल में फलदायी मानी जाती है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

 

 

 

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