sawan 2019: कुंडली में है चंद्रदोष तो सावन में करें जलाभिषेक पूजन
देवाधिदेव महादेव का मनभावन श्रावण महीना बुधवार से शुरू हो रहा है। आचार्य के मुताबिक इस बार सावन का आरंभ चंद्रग्रहण से हो रहा है। इसलिए जिनकी कुंडली में चंद्रदोष है उन्हें सावन में जलाभिषेक पूजन से...
देवाधिदेव महादेव का मनभावन श्रावण महीना बुधवार से शुरू हो रहा है। आचार्य के मुताबिक इस बार सावन का आरंभ चंद्रग्रहण से हो रहा है। इसलिए जिनकी कुंडली में चंद्रदोष है उन्हें सावन में जलाभिषेक पूजन से विशेष लाभ होगा।
ये संयोग: सावन में कई शुभ संयोग बन रहे हैं। विद्वान बताते हैं कि पहली सोमवारी श्रावण कृष्ण पंचमी के संयोग, दूसरी त्रयोदशी प्रदोष व्रत संग सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग, तीसरी नागपंचमी के शुभयोग व चौथी सोमवारी त्रयोदशी के शुभ संयोग में मनेगी।
स्वतंत्रता दिवस पर रक्षाबंधन: सावन में रुद्राभिषेक भी होंगे। अलग-अलग चीजों से रुद्राभिषेक से शिव प्रसन्न होते हैं। सावन का अंतिम दिन 15 अगस्त को है। इसी दिन स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन भी है।
sawan 2019: 10 शुभ संयोगों के साथ सावन के महीने की शुरुआत
चंद्रदोष वालों को राहत:
सावन में पाठ करें: प्रात:काल या गोधूली वेला में शिव तांडव स्त्रोत, शिव महम्नि स्त्रोत,शिव पंचाक्षर,शिव कवच व रूद्राष्टक में किसी एक का।
अर्पित करें 108 या 21 बेलपत्र: सावन में भोलेनाथ को 108 बेलपत्र ओम नम: शिवाय कहते हुए रोजाना अर्पित करें। ऐसा नहीं कर सकें तो कम से कम 21 बेलपत्र रोज चढ़ाएं। सेवन से बचें: सावन मास काफी पवित्र होता है इसलिए बहुत से लोग लहसुन, प्याज एवं मांसाहार का सेवन इस महीने में नहीं करते न ही करनी चाहिए।
चारों सोमवार के मेले
22 जुलाई को राजेश्वर मंदिर
29 जुलाई बल्केश्वर मंदिर
05 अगस्त कैलाश मंदिर
12 अगस्त पृथ्वीनाथ मंदिर