यूपी के इटावा में होती है रावण की तेरहवीं, जानें कहां-कहां होती है पूजा
कानपुर में रावण मंदिर जो दशहरे वाले दिन ही खुलता है। यहां कुछ लोग रावण की पूजा करते हैं। जोधपुर: यहां में रावण की ससुराल है। वो यहां का दामाद है। नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिले के बिसरख गांव...
कानपुर में रावण मंदिर जो दशहरे वाले दिन ही खुलता है। यहां कुछ लोग रावण की पूजा करते हैं।
जोधपुर: यहां में रावण की ससुराल है। वो यहां का दामाद है।
नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिले के बिसरख गांव में भी रावण का मंदिर है। मान्यता है कि बिसरख रावण का ननिहाल था।
मंदसौर: यहां रावण की पूजा की जाती है। मंदसौर नगर के खानपुरा क्षेत्र में रूण्डी नामक स्थान पर रावण की विशालकाय मूर्ति है।
उज्जैन: चिखली ग्राम में मान्यता है कि यदि रावण को पूजा नहीं गया तो पूरा गांव जलकर भस्म हो जाएगा।
यहां होती है रावण की तेरहवीं
इटावा जिले की जसवंतनगर में दशहरा मनाने का अंदाज जरा निराला है। यहां दशहरे वाले दिन रावण की पूरे शहर में आरती उतार कर पूजा की जाती है। उसे जलाने की बजाय रावण को मार-मारकर उसके टुकड़े कर दिए जाते हैं। लोग रावण के उन टुकड़ों को उठाकर घर ले जाते हैं। रावण की मौत के तेरहवें दिन रावण की तेरहवीं की जाती है।