Ratna Jyotish: शनि ग्रह से संबंधित है ये रत्न, पहनने से बदल जाएगी किस्मत जानें इसके फायदें
राशि के अनुसार रत्न धारण कर आप काफी हद तक अपना भविष्य सुधार सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्नों में इतनी शक्ति होती है कि वह व्यक्ति को भाग्यशाली बना सकते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विभिन्न ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति को देखकर व्यक्ति के भविष्य के बारे में आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है। राशि के अनुसार रत्न धारण कर आप काफी हद तक अपना भविष्य सुधार सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्नों में इतनी शक्ति होती है कि वह व्यक्ति को भाग्यशाली बना सकते हैं। लेकिन अगर कोई व्यक्ति भूलवश गलत रत्न धारण कर लेता है तो उसे इसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अपने मन से कोई भी रत्न धारण करने के बजाय उन्हें नहीं धारण करना ही बेहतर है। आइए जानते हैं राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना होगा आपके लिए भाग्यशाली।
मेष-इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। मूंगा मंगल ग्रह से संबंधित रत्न है इसलिए मेष राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न शुभ माना जाता है। मूंगा रत्न धारण करने से शारीरिक और मानसिक शक्ति, धन, दोस्त और रिश्ते जैसे बहुत से सुखों की प्राप्ति होती है। मेष राशि वालों के लिए लाल मूंगा बहुत शुभ है। इसे मंगलवार की सुबह स्नान कर, दाहिने हाथ की कनिष्ठिका या तर्जनी में धारण करें।
वृषभ- इस राशि का स्वामी शुक्र है। हीरा शुक्र ग्रह से संबंधित रत्न है। हीरा धारण करने से वृष राशि के लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। इस रत्न को धारण करने से वृषभ राशि के लोगों की आकर्षण क्षमता में वृद्धि होती है। हीरा, शुक्र ग्रह को मजबूत करता है। शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में हीरा धारण करना चाहिए।
मिथुन- मिथुन राशि का स्वामी ग्रह बुध है। बुध ग्रह का संबंध हरे रंग से है। मिथुन राशि के जातक हरे रंग का पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं। पन्ना भाषण, व्यापार, स्वास्थ्य, धन और कई अन्य चीजों में मदद करता है। ज्योतिषी बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए पन्ना रत्न धारण करने की सलाह देते हैं। बुधवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद दाएं हाथ की अनामिका उंगुली में पन्ना रत्न धारण करना चाहिए।
कर्क- कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। मोती, चंद्रमा ग्रह का रत्न है। कर्क राशि के जातक मोती धारण कर सकते हैं। सफेद मोती, कर्क राशि के जातकों को मानसिक शांति, अच्छा स्वास्थ्य और कई सुख-सुविधाएं व लंबी आयु प्रदान करता है। मोती समुद्री सीप से प्राप्त होते हैं। सोमवार के दिन सुबह दाहिने हाथ की अनामिका या कनिष्ठिका उंगली में मोती पहनना चाहिए।
सिंह- सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है। लाल रंग, सूर्यदेव से संबंधित है। सिंह राशि के जातक माणिक धारण कर सकते हैं। माणिक रत्न व्यापार में लाभ, अच्छा स्वास्थ्य, उच्च पद और प्रसिद्धि दिलाता है। रविवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की छोटी उंगली में माणिक्य धारण करना चाहिए।
कन्या- कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध है। बुध ग्रह, हरे रंग संबंधित है। ज्योतिषी कन्या राशि के जातक को हरे रंग का पन्ना रत्न धारण करने की सलाह देते हैं। पन्ना रत्न आत्मविश्वास, धन और अच्छा स्वास्थ्य देता है।
तुला- तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। शुक्र का रत्न हीरा है तुला राशि के जातक हीरा धारण कर सकते हैं। यह रत्न आकर्षण शक्ति को बढ़ाता है और इस राशि के जातकों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करता है।
वृश्चिक- वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। मंगल ग्रह का रंग लाल है इसलिए इस राशि के जातक लाल रंग का मूंगा धारण कर सकते हैं। मणि शारीरिक और मानसिक शक्ति, धन, संबंध, मित्रता देता है।
धनु- धनु राशि का स्वामी बृहस्पति है। बृहस्पति का संबंध पीले रंग से है। इसलिए इस राशि के जातकों को पीला पुखराज धारण करने की सलाह दी जाती है।
मकर- इस राशि का स्वामी शनि है। शनिदेव का संबंध काले रंग से है। मकर राशि के जातकों को नीलम रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। यदि आप नीलम धारण करते हैं तो यह धन लाभ, अच्छा स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और भाग्य प्रदान करेगा। इसके अलावा यह आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है।
कुंभ- इस राशि का स्वामी शनि है। शनि का रंग काला है इस राशि वालों को नीलम रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। नीलम रत्न धारण करने से कुंभ राशि वाले लोगों को आर्थिक लाभ, अच्छा स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और भाग्य लाएगा। साथ ही इससे आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
मीन- इस राशि का शासक ग्रह राहु और शनि दोनों हैं। इस राशि के जातकों को लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और भाग्य के लिए गुरु रत्न पीला पुखराज धारण करना चाहिए। मीन राशि के जातक मोती (मोती) और मूंगा (कोरल) भी धारण कर सकते हैं। लेकिन किसी ज्योतिषी से परामर्श करके और यह जानकर कि आपके लिए कौन सा रत्न सही है, उसके बाद ही यह रत्न धारण कर सकते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
