राशिफल 2018: कर्क राशि वालों की बढ़ सकती हैं मानसिक चिंताएं, इस तरह की बीमारियों से रहें सतर्क
कर्क- वर्ष के प्रारंभ में आप किसी धार्मिक स्थान की यात्रा कर सकते हैं। मन...
राशिफल 2018: कर्क राशि वालों की बढ़ सकती हैं मानसिक चिंताएं
कर्क- वर्ष के प्रारंभ में आप किसी धार्मिक स्थान की यात्रा कर सकते हैं। मन अशांत रहेगा। किसी अज्ञात भय से परेशान हो सकते हैं। वर्ष के प्रारंभ में धन का संकट भी आ सकता है। यात्राएं अधिक रहेंगी। विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। परिवार की समस्या को लेकर चिंतित रहेंगे। 16 जनवरी के पश्चता भवन के रखरखाव एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों पर खर्चें बढ़ सकते हैं। कुछ पुराने मित्रों से संपर्क बन सकते हैं और कुछ से भेंट भी हो सकती है। अगली स्लाइड में पढ़ें, 11 अक्तूबर के बाद स्थिति में सुधार होगा:
11 अक्तूबर के बाद स्थिति में सुधार होगा
आय में कमी एवं खर्चों में वृद्धि की स्थिति दस अक्तूबर तक रहेगी। 11 अक्तूबर के बाद स्थिति में सुधार होगा। आय में वृद्धि होगी। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। वाहन सुख में वृद्धि हो सकती है। आय वृद्धि में मित्रों का सहयोग भी मिल सकता है। वस्त्र उपहार में प्राप्त हो सकते हैं। 11 अक्तूबर के बाद शिक्षा से जुड़े लोगों को विशेष सफलता मिलेगी। कॅरियर में उन्नति के अवसर मिलेंगे। अगली स्लाइड में पढ़ें, मानसिक चिंताएं बढ़ सकती हैं
मानसिक चिंताएं बढ़ सकती हैं
कार्यक्षेत्र का विस्तार भी हो सकता है और कुछ कार्यक्षेत्र में परिवर्तन भी संभव है। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। सात नवंबर से 23 दिसंबर के मध्य संतान को कष्ट हो सकते हैं। नौकरी में अफसरों से मतभेद हो सकते हैं। मानसिक चिंताएं बढ़ सकती हैं। वाणी में कठोरता का प्रभाव रहेगा। व्यर्थ के विवादों से बचने का प्रयास करें। पिता को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं।अगली स्लाइड में जानिए कैसा रहेगा साल 2018 रोजगार के नजरिए से
रोजगार
रोजगार- बृहस्पति और शु्क्र आपकी राशि के रोग भाव के स्वामी हैं। बृहस्पति चतुर्थ भाव में मंगल के साथ स्थित हैं तथा शुक्र षष्ठ भाव में शनि एवं सूर्य के साथ स्थित हैं। वर्ष के प्रारंभ में उदर विकार तथा मधुमेह जैसी बीमारियों से सतर्क रहने की जरुरत है। खानपान के प्रति सचेत रहें। नेत्र एवं गले में विकार हो सकते हैं। यथानुसार सावधानी बरतें।
उपाय
उपाय
- चने एवं केले का उपयोग कम से कम करें।
-प्रत्येक बृहस्पतिवार के दिन प्रात: तीन केले गाय को खिलाएं।
-शनिवार के दिन प्रात: एक लोटे में जल भरकर उसमें थोड़ा सा दूध एवं काले तिल डालकर पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं।
-प्रतिदिन प्रात: सूर्य भगवान को जल अर्पित करें।