रक्षाबंधन: इस बार राखी बांधने के लिए मिलेगा बहुत कम समय
सावन के आखिर दिन यानि 7 अगस्त सोमवार को पूर्णिमा के दिन इस बार रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। रक
इस बार राखी बांधने के लिए मिलेगा बहुत कम समय
सावन के आखिर दिन यानि 7 अगस्त सोमवार को पूर्णिमा के दिन इस बार रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। रक्षाबंधन इस बार एक खास योग लेकर आ रहा है। 9 सालों के बाद इस बार रक्षाबंधन के दिन चंद्रग्रहण लगेगा। चन्द्रग्रहण के साथ भद्रा का भी साया रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार इसके कारण इस बार राखी बांधने के लिए बहुत कम समय मिल रहा है।
इस बार राखी बांधने के लिए मिलेगा बहुत कम समय
भारतीय समयानुसार ग्रहण का स्पर्श रात में 10 बजकर 52 मिनट पर होगा। ग्रहण का मध्य रात्रि 11 बजकर 51 मिनट पर तथा मोक्ष रात्रि 12 बजकर 49 मिनट पर होगा। इस प्रकार ग्रहण की अवधि कुल 1 घंटा 57 मिनट की होगी। ग्रहण का प्रारंभ रात्रि 10 बजकर 52 मिनट पर होगा परंतु ग्रहण का सूतक दिन में 1 बजकर 52 मिनट से प्रारम्भ हो जाएगा। अतः इससे पूर्व रक्षा बंधन का पुनीत कार्य कर लेना होगा। साथ ही इस दिन भद्रा भी सूर्योदय से लेकर सुबह 10 बजकर 30 मिनट तक होगा परन्तु भद्रा का असर दिन में लगभग 11:05 तक प्रभावित कर सकता है।
पं दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि 7 अगस्त की सुबह 11.05 बजे से बाद दोपहर 1.52 बजे तक रक्षा बंधन हेतु शुभ समय है। भद्रा योग और सूतक में राखी नहीं बांधनी चाहिए। चंद्र ग्रहण के प्रभाव के चलते मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। इस दौरान पूजा-पाठ नहीं होगा। जब सूतक आरंभ हो जाता है तो केवल मंत्रों का जाप किया जा सकता है। इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं होता।
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