शुरू हो चुके हैं राज पंचक, इन 5 दिन इस दिशा में न करें यात्रा
राज पंचक सोमवार यानी 1 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं। शास्त्रों में पंचक चन्द्रमा की स्थिति पर आधारित गणना है। गोचर में चन्द्रमा जब कुंभ राशि से मीन राशि तक रहता है तब इसे पंचक कहा जाता है, इस दौरान...
राज पंचक सोमवार यानी 1 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं। शास्त्रों में पंचक चन्द्रमा की स्थिति पर आधारित गणना है। गोचर में चन्द्रमा जब कुंभ राशि से मीन राशि तक रहता है तब इसे पंचक कहा जाता है, इस दौरान चंद्रमा पांच नक्षत्रों में से गुजरता है। ज्योतिषशास्त्र में कुछ नक्षत्रों में शुभ कार्य करना सही नहीं माना जाता। इन नक्षत्रों के किसी भी चरण में शुभ कार्य करने से बाधा आती है।
जानें कब से कब तक रहेगा पंचक
इस बार पंचक 1 अप्रैल सुबह 9 बजे शुरू हुए हैं जो 7 अप्रैल सुबह 7 बजे तक रहेगा। सोमवार से शुरू हुआ पंचक राज पंचक कहलाता है।
पंचक में भूल कर न करें ये काम
पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नही करनी चाहिए, क्योंकि दक्षिण दिशा, यम की दिशा मानी गई है। इन नक्षत्रों में दक्षिण दिशा की यात्रा करना हानिकारक माना गया है।
पंचक में चारपाई बनवाना भी अच्छा नहीं माना जाता। विद्वानों के अनुसार ऐसा करने से कोई बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
पंचक के दौरान जब रेवती नक्षत्र चल रहा हो, उस समय घर की छत नहीं बनाना चाहिए, ऐसा विद्वानों का कहना है। इससे धन हानि और घर में क्लेश होता है।
पंचक के दौरान जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घास, लकड़ी आदि जलने वाली वस्तुएं इकट्ठी नहीं करना चाहिए, इससे आग लगने का भय रहता है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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