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Pradosh Vrat January 2021: इस दिन है साल का पहला प्रदोष व्रत, पढ़ें पूजा विधि, महत्व, शुभ मुहूर्त और व्रत कथा

साल का पहला प्रदोष व्रत 10 जनवरी, 2021 को रखा जाएगा। प्रदोष व्रत भगवान शिव के लिए रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत आता है। प्रदोष व्रत हर महीने में दो बार...

Pradosh Vrat January 2021: इस दिन है साल का पहला प्रदोष व्रत, पढ़ें पूजा विधि, महत्व, शुभ मुहूर्त और व्रत कथा
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीThu, 07 Jan 2021 09:15 PM
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साल का पहला प्रदोष व्रत 10 जनवरी, 2021 को रखा जाएगा। प्रदोष व्रत भगवान शिव के लिए रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत आता है। प्रदोष व्रत हर महीने में दो बार रखा जाता है। मान्यता है कि प्रदोष काल में भगवान शंकर कैलाश पर्वत पर नृत्य करते हैं और देवतागण उनके गुणगान करते हैं। कहा जाता है कि प्रदोष व्रत रखने और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने से भक्त के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

प्रदोष व्रत मुहूर्त- 

पौष, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ – 16:52, 10 जनवरी
समाप्त -14:32, 11 जनवरी 

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प्रदोष व्रत का महत्व- 

शास्त्रों के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन शिव पुराण और भगवान शिव के मंत्रों का जाप किया जाता है। मान्यता है कि प्रदोष का व्रत सबसे पहले चंद्रदेव ने किया था। माना जाता है कि श्राप के कारण चंद्रदेव को क्षय रोग हो गया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत रखने से भक्त पर हमेशा भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा व्रती के दुख और दरिद्रता दूर होती है।

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प्रदोष व्रत पूजा विधि- 

1. प्रदोष व्रत करने के लिए जल्दी सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करें।
2. इसके बाद भगवान शिव को जल चढ़ाकर भगवान शिव का मंत्र जपें।
3. प्रदोष काल में भगवान शिव को शमी, बेल पत्र, कनेर, चावल, धूप, दीप, फल, दान और सुपारी आदि अर्पित करें।
4. इसके बाद शिव मंत्र का जाप करें।

भगवान शिव के मंत्र-

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः।

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