हाई ब्लडप्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम के कारण परेशान होते हैं इस राशि के लोग, डेली रूटीन में करें ये चीजें शामिल
ज्योतिषी गणना के आधार पर हर व्यक्ति के लिए एक राशि का निर्धारण होता है जिसके आधार पर उस व्यक्ति का स्वभाव और व्यक्तित्व का पता चलता है। हर व्यक्ति का स्वास्थ्य उसके विभिन्न तरह के लक्षणों से जुड़ा होता

मेष- मेष राशि के जातक जिद्दी और मनमानी करने वाले होते हैं। इनका यहीं स्वभाव स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सारी परेशानियों को जन्म देता है। जिसके कारण इस राशि के लोग अक्सर सिरदर्द, माइग्रेन की तुलना में तनाव और चिंता से अधिक पीड़ित होते हैं। अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं रखने के लिए इन्हें प्रॉपर रेस्ट, डेली एक्सरसाइज करने के साथ ही साथ स्ट्रेस मैनेजमेंट टेकनीक की प्रैक्टिस करनी चाहिए। कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
वृषभ- वृषभ राशि के जातक और लोगों की तुलना में पीठ और सिरदर्द ,गले और मुंह से संबंधित स्वास्थ्य की समस्याओं को लेकर अधिक संवेदनशील होते हैं। समय निकाल कर प्रकृति से जुड़ने की कोशिश करें। प्राकृतिक सुंदरता आपके मन और शरीर की सुंदरता को आराम देने का एक शानदार तरीका है।
मिथुन- इस राशि के लोग बातूनी और हमेशा चलते रहते हैं। जो इनके नर्वस सिस्टम पर तनाव डाल सकता है। सर्दी के दिनों में इन्हें सांस की समस्या परेशान कर सकती है। मिथुन राशि के जातक कम खाने और दौड़ते वक्त खाने है। जिसकी वजह से भी स्वास्थ्य में समस्या आ सकती है। स्वास्थ्य रहने के लिए मिथुन राशि के जातक पौष्टिक आहार लें और खुद को हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें। काम के बीच बरेअक लेकर योग और ध्यान जा अभ्यास करें।
कर्क- कर्क राशि के जातक बेहद संवेदनशील होते हैं। जिसकी वजह से तनाव और चिंता के प्रति वह अतिसंवेदनशील हो जाते हैं। कर्क राशि के जातक थकान, सिरदर्द और कमजोर पाचन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अपने स्वास्थ्य का बेहतरीन ढंग से ख्याल रखने के लिए कर्क राशि के लोगों को संतुलित आहार, भरपूर आराम और डेली एक्सरसाइज करना चाहिए। तनाव को कम करने के लिए मैनेजमेंट तकनीक खोजने की दिशा में काम करना चाहिए।
सिंह- इन्हें हार्ट से जुड़ी हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह हाई बीपी भी हो सकता है। अपने दिल का ख्याल रखने के लिए इन्हें कोलेस्ट्रॉल लेवल पर नजर बनाएं रखना जरूरी है। स्वस्थ्य जीवन बिताने के लिए सिंह राशि के लोगों को संतुलित आहार के साथ डेली एक्सरसाइज और भरपूर रेस्ट करना चाहिए। बहुत अधिक सोडियम और चीनी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
कन्या- कन्या राशि के जातक वैसे तो स्वस्थ्य रहते हैं। लेकिन बाकी लोगों की तुलना में इन्हें अपच की तकलीफ का सामना अधिक करना पड़ता है। अधिक चिंता करने के कारण इन्हें अपच की तकलीफ होती है। हल्का भोजन करने के साथ ही साथ इन्हें भरपूर नींद और अधिक पानी पीना चाहिए। कन्या राशि के लोग अधिक तनाव लेते हैं जिसकी वजह से अक्सर इन्हें सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
तुला- तुला राशि के लोगों को तरह-तरह के व्यंजन करने का बहुत शौक होता है। हाइड्रेशन की कमी के कारण इस राशि के लोग चेहरे पर चकते, मुंहासे और त्वचा में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्वस्थ्य रहने के लिए इन्हें संतुलित आहार के साथ ही साथ आराम करने की ओर भी ध्यान देना चाहिए।
वृश्चिक- इस राशि के लोग अपने प्रबल भावुक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। यह बहुत एक्टिव और एनरजेटिक होते हैं। वृश्चिक राशि के लोगों को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, बीपी, अपच, सिरदर्द जैसी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
धनु- इस राशि लोगों को बीपी, हार्ट प्रॉब्लम, अल्सर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं रखने के लिए वृश्चिक राशि के लोगों को स्वस्थ्य आहार, डेली एक्सरसाइज और अपना अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है।
मकर- इस राशि के लोग डिप्रेशन, हड्डी और जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस, ओस्टियोपोरोसिस जैसी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा इन्हें बाल और त्वचा की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। अपने आहार में फल ,सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन शामिल करें।
कुंभ- इस राशि के लोग अपने ऊर्जावान और साहसी स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। फिजिकल एक्टिविटी जैसे दौड़ना, साईकिल चलाना, योग करना । अधिक चिंता के कारण इस राशि के लोग सिजोफ्रेनिया के शिकार हो जाते हैं।
मीन- इस राशि के लोग अत्यधिक संवेदनशील होते हैं जिसकी वजह से यह चिंता और डिप्रेशन जे शिकार हो जाते हैं। स्वस्थ्य जीवन बिताने के लिए इस राशि के लोगों को कम और सोशल मीडिया से ब्रेक लेते रहना चाहिए। ध्यान और योग के जरिए भावनात्मक तनाव को कम और दूर करने की कोशिश करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
